नूपुर शर्मा को सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद विवेक अग्निहोत्री का ट्वीट वायरल, देखें ऐसा क्या लिखा

Vivek Agnihotri Tweet On Nupur Sharma: नूपुर शर्मा ने अदालत से कहा था उनकी जान को खतरा है और केस दिल्ली ट्रांसफर किया जाए। इस पर SC ने उलटा उनको ही लताड़ दिया। फटकार के बाद विवेक का ट्वीट वायरल है

नूपुर शर्मा के बयान पर सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री का ट्वीट चर्चा में है। उन्होंने बिना किसी का नाम लिखे इशारों में बात कही है। विवेक के ट्वीट पर सोशल मीडिया पर कई तरह के कमेंट्स आ रहे हैं। वहीं गीतकार मनोज मुंतशिर ने भी इस बारे में सोशल मीडिया पर लिखा है। बता दें कि पैगंबर मोहम्मद के बारे में विवादित बयान देने पर सुप्रीम कोर्ट  ने नूपुर शर्मा को जमकर लताड़ा है। साथ ही कहा है कि उनकी वजह से ही उदयपुर में इतनी बड़ी घटना हो गई। नुपुर ने सुरक्षा के मद्देनजर अपना केस दिल्ली ट्रांसफर करने की अपील की थी।

विवेक और मनोज आए नूपुर की तरफ

सुप्रीम कोर्ट के टिप्पणी सुर्खियों में आने के बाद विवेक ने ट्वीट किया है, पीड़ित को शर्मिंदा करना लीगल हो गया है। उनके इस ट्वीट को लोग नूपुर शर्मा को मिली कोर्ट से फटकार से जोड़कर देख रहे हैं। वहीं गीतकार मनोज मुंतशिर ने भी इस मामले पर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा कहने से नूपुर की जान खतरे में पड़ सकती है।

लोगों ने किए तरह-तरह के कमेंट्स

विवेक के फॉलोअर्स ने इस ट्वीट पर कमेंट्स किए हैं। एक यूजर ने लिखा है, सुप्रीम कोर्ट को दूसरी तरह को भी लताड़ना चाहिए, बुरे शब्द दूसरी तरफ से भी बोले गए हैं। यह एक तरफा नहीं हो सकता। एक और यूजर ने लिखा है, इस ओवर-ऐक्टिव ज्यूडिशियरी और इनऐक्टिव सरकार के साथ हिंदुओं का रलिव या गलिव होने में 5-10 साल से ज्यादा नहीं लगेगा, हिंदुओं के लिए दुनिया में कोई देश नहीं होगा, चलिव का ऑप्शन ही नहीं है।

क्या बोला सुप्रीम कोर्ट

न्यायमूर्ति सूर्य कांत और न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला की बेंच ने पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी पर नूपुर शर्मा को लताड़ा। बेंच का कहना है कि माहौल उनकी वजह से खराब हुआ। पूरा विवाद टीवी डिबेट से फैला और नूपुर को टीवी पर ही पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। नूपुर ने अदालत से मांग की थी कि उन्हें सुरक्षा दी जाए। इस पर कोर्ट ने कहा उन्हें तो खतरा नहीं पर पूरा देश खतरे में आ गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *