बार एसोसिशन के अध्यक्ष गिरिजा शंकर मेहता ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि आरोपियों को फांसी पर लटकाया जाए। कोई वकील उनका केस नहीं लड़ेगा। यह कोई साधारण मामला नहीं है, यह एक आतंकवादी घटना है।
उदयपुर में जघन्य हत्याकांड के दोनों आरोपियों को गुरुवार को अदालत में पेश किया गया। एनआईए की ओर से दोनों आरोपियों की रिमांड मांगी गई। सुनवाई के बाद कोर्ट ने आरोपी रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद को 13 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। यानि दोनों 14 दिन तक रिमांड पर रहेंगे।
इससे पहले दोनों आरोपियों को भारी सुरक्षा के बीच पेश किया गया। इस दौरान कोर्ट परिसर में वकील, पुलिस और अन्य बाहरी लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। सुनवाई के दौरान कोर्ट परिसर पूरी तरह से खचाखच भर गया। कैंपस में ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई। पेश करने के बाद कई युवाओं ने आरोपियों की गाड़ी के पीछे दौड़ भी लगाई। लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक दिया।
इधर इस मामले के दोनों आरोपियों का केस वकीलों ने लड़ने से इनकार कर दिया है।यहां बार एसोसिशन के अध्यक्ष गिरिजा शंकर मेहता ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि आरोपियों को फांसी पर लटकाया जाए। कोई वकील उनका केस नहीं लड़ेगा। यह कोई साधारण मामला नहीं है, यह एक आतंकवादी घटना है। वो समाज में दहशत फैलाना चाहते हैं।
दोनों हत्यारों के कोर्ट पहुंचते ही करीब 250 वकीलों की भीड़ ने नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान भारत माता की जय और हत्यारों को फांसी दो जैसे नारे लगाए गए।