Maharashtra Political Crisis: असम सीएम ने कहा कि असम के होटलों में देश के सभी विधायकों और लोगों का स्वागत है, वो किसी को असम आने से नहीं रोक सकते। उद्धव ठाकरे चाहें तो वो भी यहां आ सकते हैं।
Maharashtra Political Crisis: गुवाहाटी में होटल में ठहरे एकनाथ शिंदे और बागी शिवसेना विधायकों पर असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने प्रतिक्रिया दी है। बिस्वा ने कहा कि असम के होटलों में देश के सभी विधायकों और लोगों का स्वागत है, वो किसी को असम आने से नहीं रोक सकते। तंज कसते हुए बिस्वा ने आगे कहा कि उद्धव ठाकरे चाहें तो वो भी छुट्टियां मनाने असम आ सकते हैं। उधर, महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट पर बात करें तो इस वक्त उद्धव ठाकरे कैंप में सिर्फ 16 विधायक ही हैं बाकी शिंदे गुट में शिवसेना के 38 बागी विधायक गुवाहाटी में मौजूद हैं।
इससे इतर गुवाहाटी में शुक्रवार को कांग्रेस की राज्य इकाई के कार्यकर्ताओं ने गुवाहाटी स्थित लग्जरी होटल (जहां शिंदे कैंप ठहरा है) के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। जिसमें कांग्रेसियों ने मांग की कि शिंदे समेत सभी बागी विधायकों को असम छोड़ वापस महाराष्ट्र लौट जाना चाहिए। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि “मैं देशभर के सभी विधायकों को राज्य में आने के लिए आमंत्रित करता हूं। यह मेरे लिए काफी खुशी की बात है। मैं लोगों को राज्य के होटलों में नहीं आने के लिए कैसे कह सकता हूं? यह एक संघीय ढांचा नहीं है।”
जब उनसे आगे पूछा गया कि वह उद्धव ठाकरे से क्या कहना चाहेंगे, तो हिमंत सरमा ने कहा: “मैं उनसे कहूंगा .. उन्हें भी छुट्टी के लिए राज्य में आना चाहिए।”
कांग्रेस ने शिंदे को लिखा पत्र
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने एकनाथ शिंदे को भी पत्र लिखा है। कहा है, “महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ विधायकों की उपस्थिति के साथ गुवाहाटी में आपकी उपस्थिति, जिन्हें महाराष्ट्र की चुनी हुई सरकार को गिराने के लिए एक होटल में रखा गया है, असम के लोगों के लिए अच्छा संदेश नहीं है। इस वक्त असम विनाशकारी बाढ़ को झेल रहा है। लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। राज्य में करीब 55 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं और 100 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।”
ठाकरे गुट से लगातार कम हो रहे विधायक
एकनाथ शिंदे गुट लगातार बढ़ता जा रहा है। जबकि दूसरी ओर उद्धव ठाकरे के समर्थन में शिवसेना विधायक लगातार कम होते जा रहे हैं। शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने एक टीवी चैनल से बातचीत में माना कि हमारे पास सिर्फ 16 विधायक हैं बाकी सभी शिंदे गुट है। लेकिन राउत ने कहा कि जब तक वे महाराष्ट्र वापस नहीं लौट जाते, किसका पलड़ा भारी है कहा नहीं जा सकता। एकनाथ शिंदे को संदेश देते हुए राउत ने नारायण राणे और छगन भुजबल का उदाहरण देते हुए कहा कि इससे पहले भी बगावत की जा चुकी है कि लेकिन उनका हश्र क्या हुआ सभी को मालूम है।