हरियाणा से राज्यसभा की दो सीटों के लिए शुक्रवार को मतदान समाप्त हो गया और निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू मतदान से दूर रहे। राज्य विधानसभा में कुल 90 सीट हैं और 89 विधायकों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
राज्यसभा में चुनाव में गड़बड़ी की शिकायत को लेकर बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल निर्वाचन आयोग पहुंच गया है। हरियाणा और महाराष्ट्र में बीजेपी ने चुनाव को रोकने की मांग की है। केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह और गजेंद्र सिंह शेखावत सहित भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में भारत के चुनाव आयोग ऑफिस पहुंचा हुआ है।
चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि हमने मांग की है कि मतदान में गोपनीयता के टूटे नियमों के आधार पर इस चुनाव को अमान्य घोषित किया जाए। महाराष्ट्र और हरियाणा में राज्य सभा चुनावों के संबंध में भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज ECI के साथ मुलाकात की। हमारी पार्टी ने विशिष्ट राज्यों में भी शिकायतें दर्ज़ कराई हैं।
हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर कांग्रेस विधायक किरण चौधरी और बीबी बत्रा के वोट को रद्द करने की मांग की है। शर्मा ने कहा है कि इन्होंने चुनाव नियम 1961 के तहत वोटों की गोपनियता का उल्लंघन किया है।
निर्दलीय विधायक कुंडू चुनाव में नहीं लिए हिस्सा
भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व मंत्री कृष्ण लाल पंवार को खड़ा किया है जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन कांग्रेस के प्रत्याशी हैं। कार्तिकेय शर्मा निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में हैं। भाजपा नीत राज्य सरकार के खिलाफ मुखर रहे निर्दलीय विधायक कुंडू मतदान में भाग नहीं लेने के अपने फैसले पर अडिग रहे। राज्य के गृह मंत्री अनिल विज और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ओ पी धनखड़ ने कुंडू के घर जाकर उन्हें मनाने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी।
विधायक बोले- पैसों समेत कई तरह की पेशकश
महम से विधायक कुंडू ने कहा, ‘मुझे पैसों समेत कई तरह की पेशकश की गयीं, लेकिन मैंने अपने विवेक से फैसला लिया।’ उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में भाजपा-जजपा की सरकार में कई घोटाले हुए हैं और वह भाजपा या उसकी किसी सहयोगी पार्टी के समर्थन वाले उम्मीदवार के लिए मतदान नहीं कर सकते। उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उसने बाहरी उम्मीदवार अजय माकन को खड़ा कर लोगों का ”अपमान” किया है।