केंद्र सरकार ने खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को बढ़ाने की मंजूरी दे दी है। केंद्रीय कैबिनेट ने 2022-23 फसल वर्ष के लिए धान के MSP को 100 रुपये बढ़ाकर 2,040 प्रति क्विंटल कर दिया है।
केंद्र सरकार ने खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी मिनिमम सपोर्ट प्राइस (MSP) को बढ़ाने की मंजूरी दे दी है। केंद्रीय कैबिनेट ने 2022-23 फसल वर्ष के लिए धान के MSP को 100 रुपये बढ़ाकर 2,040 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। वहीं अन्य खरीफ फसलों पर भी MSP बढ़ा दी गई है। केंद्र सरकार के इस फैसले पर छत्तीसगढ़ के नेताओं में सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है। भाजपा जहां इसे किसान हित में बड़ी उपलब्धि बता रही है तो वहीं कांग्रेस इसे नाकाफी करार दे रही है। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल व पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने एमएसपी पर ट्विट किए।
सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था, लेकिन समर्थन मूल्य में सिर्फ 100 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। डीजल, बीज, दवा और खाद सबकी कीमतें बढ़ने से कृषि का लागत मूल्य बहुत बढ़ा है। समर्थन मूल्य कम से कम 2 सौ रुपये बढ़ना चाहिए। दूसरे ट्वीट में भूपेश बघेल ने लिखा कि धान के समर्थन मूल्य में 100 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। प्रोत्साहन राशि मिलाकर इस साल छत्तीसगढ़ के किसानों को प्रति क्विंटल 2640 रुपये मिलेंगे। अगले साल तक संभावना है कि किसानों को 2800 रुपये मिलने लगे। किसानों की खुशी में सबकी खुशी है।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई महत्वपूर्ण बैठक में धान समेत 17 फसलों की MSP बढ़ाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इससे किसानों को 50 से 85 प्रतिशत का लाभ होगा। इस महत्वपूर्ण फैसले के लिए छत्तीसगढ़ के किसान भाइयों की ओर से प्रधानमंत्री का धन्यवाद। भाजपा के अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि मोदी सरकार किसानों की आय दोगुनी करने में लगे हैं। छत्तीसगढ़ सहित देश के किसानों को धान का प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य 100 रुपये बढ़ाकर 2040 कर दिया गया है। इस फैसले का फायदा हमारे किसान भाइयों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि तथाकथित न्याय का नगाड़ा बजाने वाली प्रदेश कांग्रेस और उसकी राज्य सरकार किसानों को 3 साल से ठग रही है।