आतिशी ने कहा कि शपथ लेने के बाद उपराज्यपाल ने कहा था कि वह एसी दफ्तर में बैठने वाले व्यक्ति नहीं हैं और वह जमीन पर रहेंगे। पिछले 10 दिनों में राजधानी दिल्ली में कई जघन्य अपराध हुए हैं।
दिल्ली के नए उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के साथ भी दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के रिश्ते सुधरते नहीं दिख रहे हैं। ‘आप’ सक्सेना पर ताजा कटाक्ष करते हुए रविवार को कहा कि ऐसा लगता है कि केंद्र ने उन्हें केजरीवाल सरकार के काम में दखल देने और कानून-व्यवस्था से दूर रहने के लिए ही भेजा है।
‘आप’ विधायक आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि सक्सेना ने कुछ दिन पहले जब से पदभार संभाला है तब से दिल्ली में जघन्य अपराधों पर सक्रिय रूप से कोई कार्रवाई नहीं की, लेकिन वह दिल्ली सरकार के काम में दखलंदाजी कर रहे थे।
आतिशी ने कहा कि शपथ लेने के बाद उपराज्यपाल ने कहा था कि वह एसी दफ्तर में बैठने वाले व्यक्ति नहीं हैं और वह जमीन पर रहेंगे। पिछले 10 दिनों में राजधानी दिल्ली में कई जघन्य अपराध हुए हैं। उन्होंने पूछा कि 27 मई को संगम विहार में एक ऑटो-रिक्शा चालक की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। क्या वह संगम विहार थाने गए थे?
आतिशी ने जोर बाग में एक महिला के कथित यौन उत्पीड़न और एक पुलिस अधिकारी के एक महिला के साथ कथित विवाद का भी जिक्र किया और पूछा कि एलजी ने इन मामलों में सख्त कार्रवाई क्यों नहीं की?
‘आप’ की नेता ने कहा कि द्वारका के डीसीपी ने हाल ही में कैलाश कॉलोनी के एक रेस्तरां में एक महिला के साथ दुर्व्यवहार किया। क्या एलजी ने इस मामले पर दिल्ली पुलिस के सभी अधिकारियों की बैठक बुलाई? ऐसा लगता है कि उन्हें केंद्र द्वारा कानून के मुद्दे से दूर रहने के लिए कहा गया है और केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार के मामलों में हस्तक्षेप करने का आदेश दिया गया है।
‘आप’ और नए उपराज्यपाल के बीच तनातनी पिछले बुधवार को उस समय शुरू हुई जब ‘आप’ के कुछ विधायकों ने उन पर दिल्ली सरकार के काम में दखल देने का आरोप लगाया था।
शनिवार को ‘आप’ ने फिर से सक्सेना पर हस्तक्षेप करने और लोकतंत्र को पटरी से उतारने की साजिश रचने का आरोप लगाया था, क्योंकि उन्होंने दिल्ली जल बोर्ड की दो सुविधाओं और एक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का दौरा किया था। केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी ने कहा कि एक कदम उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर था।