डीजीसीए (DGCA) ने कहा है कि विमान में कोई भी ऐसा उपकरण या पार्ट नहीं लगाया जा सकता, जो निर्धारित डिजाइन और मानकों के अनुसार न हो. डीजीसीए ने कहा कि विमानन कंपनियों के इन तौर-तरीके से न केवल यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ता है, बल्कि यह गंभीर सुरक्षा चूक भी है.
नई दिल्ली. हवाई यात्रा करने वाले बहुत से यात्रियों की यह शिकायत रहती है कि एयरलाइन्स कंपनी ने उन्हें फ्लाइट में जो सीट उपलब्ध कराई थी, वह अच्छी स्थिति में नहीं थी. इस तरह की आ रही शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए अब नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने सभी एयरलाइन्स को चेतावनी दी है कि वे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के दौरान अनुपयोगी सीट पर यात्रियों की बुकिंग ना करें. विमानन नियामक ने यह भी कहा कि इस संबंध में दिशानिर्देशों का पालन नहीं करने को गंभीरता से लिया जाएगा.
मनीकंट्रोल डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार, डीजीसीए ने कहा है कि विमान में कोई भी ऐसा उपकरण या पार्ट नहीं लगाया जा सकता जो निर्धारित डिजाइन और मानकों के अनुसार न हो. डीजीसीए ने कहा कि विमानन कंपनियों के इस तौर-तरीके से न केवल यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ता है, बल्कि यह गंभीर सुरक्षा चूक भी है.
डीजीसीए के ऑडिट में भी मिली खामियां
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह ही डीजीसीए ने विमानों में सीट और केबिन में लगने वाली अन्य चीजों का ऑडिट किया था. इस ऑडिट में डीजीसीए को विमानों के अंदर टूटी हुई सीटें मिली थी. इसके अलावा पहले भी यात्री लगातार विमान में सीटों के खराब या गंदी होने की शिकायतें करते रहे हैं.
लगातार आ रही हैं शिकायतें
विमानों में खराब सीट की शिकायतें लंबे समय से आ रही हैं. 24 मई को दिल्ली-लंदन के बीच चलने वाली एयर इंडिया (Air India) की फ्लाइट 3 घंटे इसलिए लेट हो गई, क्योंकि एक पैसेंजर को खराब सीट दी गई थी. पिछले महीने ही डीजीसीए ने एयर इंडिया को अपने विमानों के इंटीरियर की मरम्मत करने का आदेश दिया था. यह आदेश सोशल मीडिया पर एयर इंडिया के विमान के जर्जर इंटीरियर की फोटो वायरल होने के बाद दिया गया. एक पैसेंजर ने ही एयर इंडिया के एयरबस ए320 विमान के खराब इंटीरियर की ये फोटो ली थी. इन फोटो में सीटों के हत्थे टूटे हुए साफ नजर आ रहे हैं. अप्रैल 2022 में ही डीजीसीए ने स्पाइजेट के एक विमान को भी गंदी सीटों और केबिन पैनल खराब होने की शिकायत आने पर उड़ान भरने से रोक दिया था.