अगर शेरों-शायरी की बात की जाए तो मिर्जा गालिब का मुकाम कुछ ऐसा है, जहां तक पहुंचना हर किसी बात नहीं। मिर्जा गालिब के हर शेर और शायरी में जो रस है, वो दूसरे शायरों में ढूंढना आसान नहीं।
अगर आप शायरी के शौकीन हैं, या किसी वजह से शायरियों में दिलचस्पी रखते हैं तो मिर्जा गालिब के कलाम आपके लिए काफी अहमियत रखते होंगे। कहते हैं कि मिर्जा गालिब उन सब दर्दों की दवा हैं जो दर्द इंसानों को ही इंसान से मिलते हैं। यानी किसी का दिल टूटा हो या कोई दुनिया से छूटा हो, हर किसी दर्द के लिए मिर्जा गालिब की शायरियों में इलाज है। खास बात है कि सिर्फ दर्द नहीं, उन दिल दे बैठने वाले नौजवानों के लिए भी मिर्जा गालिब की शायरी आबे जमजम से कम नहीं जो इश्क करने की खता कर बैठे हैं।
इंसान जब मिर्जा के शेरों को पढ़ता है तो उनमें खो जाता है। अपने उन पलों को याद करने लगता है, जिनका वास्ता इन शेर-शायरियों से है। अगर वास्ता नहीं भी हो तो भी मिर्जा गालिब के शेर, एक अलग ही दुनिया में ले जाते हैं। ऐसी दुनिया जहां इश्क है तो दर्द भी है, जहां अपने हैं तो पराए भी हैं। जहां वफा है तो बेवफाई भी है। अगर आप भी मिर्जा गालिब के शेरों के शौकीन हैं तो नीचे उनके कुछ बेस्ट शेर जरूर पढ़िए।