पूर्व पीएम इमरान खान देश में जल्द चुनाव चाहते हैं। वे अपनी रैलियों में लगातार चुनाव की मांग कर रहे हैं। लेकिन जरदारी का यह बयान इमरान खान के लिए झटका माना जा रहा है।
पाकिस्तान में जबसे नई सरकार बनी है तभी से इमरान खान की अगुवाई वाली पाकिस्तान तहरीके इंसाफ देश में जल्द चुनाव की मांग कर रही है। यहां तक कि इमरान देश में लगातर लोगों के बीच जा रहे हैं और रैलियां कर रहे हैं। इसी बीच पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और मौजूदा गठबंधन सरकार में शामिल पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी ने कहा कि देश में चुनाव तब होंगे जब मौजूदा गठबंधन सरकार चुनावी सुधारों को लागू करेगी और राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो कानूनों में संशोधन करेगी।
जरदारी बोले- चाहे जितना समय लगे चुनाव सुधार जरूरी है
दरअसल, डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को जरदारी ने कराची में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमें कानूनों को बदलना है और उन्हें सुधारना है और फिर चुनाव में जाना है। चाहे तीन या चार महीने लगें, हमें नीतियों के कार्यान्वयन और चुनावी प्रक्रिया में सुधार पर काम करना है। उन्होंने कहा कि उन्होंने नवाज शरीफ से भी परामर्श किया था और उन्हें समझा दिया कि जब तक चुनाव सुधार नहीं हो जाते और लक्ष्य पूरे नहीं हो जाते हैं हम चुनाव में नहीं जा सकते हैं।
रक्षा मंत्री के बयान को पार्टी का बयान बताया
पूर्व राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि गठबंधन सरकार को विदेशी पाकिस्तानी के लिए मतदान के अधिकार और प्रतिनिधित्व के साथ कोई समस्या नहीं है। इतना ही नहीं हाल ही में रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के चुनाव के बारे में दिए एक बयान पर जरदारी ने कहा कि नवंबर से पहले चुनाव कराने की संभावना से इंकार तो नहीं किया जा सकता है लेकिन यह उनके अपने विचार थे और आसिफ अपनी पार्टी के निर्देशों को सुनने के लिए बाध्य हैं।
जरदारी ने पाकिस्तानी सेना की तारीफ की
उन्होंने यह भी कहा कि पीएमएल-एन ने मेरे साथ फैसला किया कि जब तक चुनावी सुधार नहीं किए जाते हैं नए सेना प्रमुख की नियुक्ति के बारे में भी कोई बात नहीं होगी। उन्होंने कहा कि एक बार चुनावी सुधार शुरू हो जाने के बाद ही ऐसा हो सकता है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सत्ता से बेदखल करने वाले अविश्वास प्रस्ताव के बारे में जरदारी ने कहा कि यह जानकर अच्छा लगा कि सेना तटस्थ है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सेना ‘अराजनीतिक’ बनी रहेगी और कोई भी समस्या उत्पन्न होने पर इसे राष्ट्रीय प्रतिनिधियों द्वारा हल किया जा सकता है।
पाकिस्तान में जल्द चुनाव चाहते हैं इमरान
उधर पूर्व पीएम इमरान खान देश में जल्द चुनाव चाहते हैं। वे अपनी रैलियों में लगातार चुनाव की मांग कर रहे हैं। लेकिन जरदारी का यह बयान इमरान खान के लिए झटका माना जा रहा है। इमरान खान ने हाल ही में अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं से अपील की कि जब वो इस्लामाबाद में देश में दोबारा चुनाव की मांग रखें तो वो चाहते हैं कि कम से कम बीस लाख लोग वहां मौजूद हों। इमरान खान ने कहा कि मैं चाहता हूं कि लोग समझें कि असली आजादी का क्या मतलब होता है।