कंपनी के सीनियर ED शशांक श्रीवास्तव ने बताया था कि मारुति के CNG मॉडल की डिमांड में तेजी आई है। मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (MSIL) के पूरे पोर्टफोलियो सेल में अकेले CNG कारों की हिस्सेदारी 17% है।
मारुति (Maruti) की कारों की सबसे ज्यादा बिक्री होने तीन वजह हैं। पहली, ये आपके बजट में होती हैं। दूसरी, इनका माइलेज दूसरे के मुकाबले ज्यादा होता है। तीसरी, मेटेनेंस के नाम पर कोई खर्च नहीं है। इन्ही तीन वजहों की वजह से मारुति की कारों की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। इसका असर ये हो रहा है कि इस महीने कंपनी के पास 3.25 ग्राहकों कार डिलीवरी पेडिंग है। इनमें से 1.30 लाख मारुति के CNG मॉडल हैं। जाहिर सी बात है कि पेट्रोल और डीजल के दाम जिस तरह से नया कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं उसके बाद लोग CNG मॉडल की तरफ जा रहे हैं। मारुति के ज्यादातर मॉडल CNG में उपलब्ध हैं। ऐसे में आप इस महीने मारुति कार खरीदने का प्लान बना रहे हैं तब डिलीवरी के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।
ऑटोकार को दिए इंटरव्यू में कंपनी के सीनियर ED शशांक श्रीवास्तव ने बताया था कि मारुति के CNG मॉडल की डिमांड में तेजी आई है। मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (MSIL) के पूरे पोर्टफोलियो सेल में अकेले CNG कारों की हिस्सेदारी 17% है। कंपनी के पास एक मॉडल के कई वैरिएंट होते हैं। ज्यादातर ग्राहक कंपनी के बेस वैरिएंट की तरफ जाते हैं। हालांकि, CNG का वैरिएंट बेस से काफी ऊपर होता है। ऐसे में कंपनी के सामने अलग-अलग वैरिएंट की डिलीवरी से पहले प्रोडक्शन का चैलेंज होता है।
मारुति देश की सबसे बड़ी कार कंपनी है। ऐसे में उसके पास सबसे ज्यादा CNG मॉडल हैं। कंपनी के बाजार में कुल 15 मॉडल आते हैं, इसमें से 9 मॉडल फैक्ट्री फिटेड CNG किट के साथ आते हैं। इनमें ऑल्टो (Alto), एस-प्रो (S-Presso), सेलेरियो (Celerio), ईको (Eeco), डिजायर (Dzire), वैगनआर (Wagon R), आर्टिगा (Ertiga), समते दूसरे मॉडल शामिल हैं। टूर एम (Tour M) और टूर H3 (Tour H3) कमर्शियली मौजूद हैं। कंपनी ने अप्रैल में 1.20 लाख से ज्यादा कार बेचीं। फाइनेंशियल ईयर 2022 में पिछले साल की तुलना में CNG कारों की बिक्री में 44% का इजाफा हुआ है।
मारुति की CNG कारों की बिक्री में बीते कुछ सालों में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है। FY 2018 में मारुति की 76 हजार यूनिट, FY 2019 में 1.05 लाख, FY 2020 में 1.16 लाख यूनिट बेची हैं। CNG की कीमत पेट्रोल-डीजल के मुकाबले कम है। वहीं, इसका माइलेज भी ज्यादा होता है। मारुति के CNG मॉडल तो पेट्रोल की तुलना में 10Km का ज्यादा माइलेज देते हैं। यही वजह है कि लोग अब CNG फिटेड कार की तरफ जा रहे हैं। इसमें उनकी बचत भी हो रही है।
देश में एक तरफ CNG की बिक्री तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं इसकी कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। कच्चे तेल की तरह, भारत में भी CNG का एक महत्वपूर्ण प्रतिशत आयात किया जाता है। रूस-यूक्रेन जंग के साथ, CNG सहित दूसरे ईंधन की कीमतों में लगातार वृद्धि हुई है। पिछले साल ही दिल्ली में CNG की कीमत करीब 53 रुपए प्रति किलो थी। यह अब लगभग 71 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच चुकी है। यानी इसमें एक साल के अंदर इसकी कीमत में करीब 35% का इजाफा हुआ है। मुंबई में CNG करीब 76 रुपए किलो बिक रही है।