Weather updates for Delhi NCR: बुधवार सुबह से ही राजधानी में मौसम में बदलाव के संकेत मिल रहे थे. शाम होते-होते राहत भी मिली. यह राहत सिर्फ दिल्लीवासियों को ही नहीं मिली, बल्कि आसपास के इलाकों में भी हल्की बारिश देखने को मिली. कुछ इलाकों में तो ओले भी गिरे. दिल्ली के रोहिणी, पीतमपुरा और पश्चिम विहार इलाकों में दोपहर 2 बजे के करीब ओले गिरने और तेज हवाओं के साथ बारिश होने की खबरें आईं. जहां एक तरफ लोग बगले मौसम से खुश हैं तो वहीं कई यात्रियों को दिक्कत का भी सामना करना पड़ रहा है. मौसम में बदलाव के चलते दिल्ली में 3 विमान लैंड नहीं हो पाए. इन विमानों को डायवर्ट करके जयपुर भेजा गया.
NCR के लोगों को मिली गर्मी से राहत
दिल्ली के अलावा फरीदाबाद, नोएडा और गाजियाबाद के भी कई इलाकों में शाम को बारिश हुई. उधर, मौसम विभाग ने एक बार फिर दिल्ली के कुछ इलाकों (कांझावाला, पश्चिम विहार, द्वारका, पालम, सफदरजंग, वसंत कुंज) के साथ-साथ NCR के (लोनी देहात, बहादुरगढ़, गाजियाबाद और छपरौला) के आसपास 30-40 किमी / घंटा की रफ्तार के साथ हल्की से मध्यम तीव्रता के साथ गरज के साथ बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना जताई है.
सुबह चली धूलभरी आंधी
बुधवार सुबह आईएमडी ने दिल्ली-एनसीआर में धूलभरी आंधी, गरज के साथ बारिश होने या ओले गिरने के साथ 50 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलने को लेकर येलो अलर्ट जारी किया था. बाद में इस चेतावनी को ऑरेंज श्रेणी में तब्दील कर दिया गया था. दिल्ली के बेस स्टेशन सफदरजंग वेधशाला में अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा तो वहीं, न्यूनतम तापमान 28.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस साल के सामान्य तापमान से चार डिग्री अधिक था.
पहले आ सकता है मॉनसून
गौरतलब है कि इस साल मार्च और अप्रैल दोनों माह में लू चली, लेकिन बारिश नहीं हुई. लेकिन, अब जम्मू-कश्मीर की तरफ हिमालय क्षेत्र में न केवल मजबूत पश्चिमी विक्षोभ बना है, बल्कि उत्तर-पश्चिमी राजस्थान से उत्तर-पूर्वी भारत तक निम्न दबाव की रेखा भी बनी हुई है. इसीलिए मानसून पूर्व की स्थितियां बन गई हैं. यही वजह है कि मंगलवार को देश के किसी भी हिस्से में लू नहीं चली. कहीं का भी तापमान 45 डिग्री से ऊपर नहीं गया.