केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने गृह मंत्रालय को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI को लेकर अलर्ट किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक ISI अधिकारी भारतीय तीर्थयात्रियों से जानकारी इकठ्ठा करने की कोशिश कर रहे हैं।
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने गृह मंत्रालय को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI को लेकर अलर्ट किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक गृह मंत्रालय को ISI द्वारा करतारपुर कॉरिडोर के दुरुपयोग के बारे में सचेत किया गया है। मंत्रालय को भेजे गए रिपोर्ट में कहा गया है कि ISI अधिकारी भारतीय तीर्थयात्रियों से जानकारी इकठ्ठा करने की कोशिश कर रहे हैं।
तीर्थयात्रियों से जानकारी जमा कर रही ISI
ट्रिब्यून ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि ISI और पाकिस्तान के खुफिया ब्यूरो के अधिकारी करतारपुर कॉरिडोर के किनारे मौजूद रहे हैं। गृह मंत्रालय को भेजी गई रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों को भारत से जाने वाले तीर्थयात्रियों से संपर्क करके जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश करते देखा गया है।
2018 में कॉरिडोर का हुआ था शिलान्यास
बता दें कि गुरुद्वारा डेरा बाबा नानक गुरदासपुर से पड़ोसी देश गुरुद्वारा दरबार साहिब तक बिना वीजा के तीर्थयात्रा की सुविधा के लिए भारत और पाकिस्तान सरकार ने संयुक्त रूप से करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण किया है। कॉरिडोर का शिलान्यास 26 नवंबर 2018 को पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था।
अधिकारियों ने कहा है कि भारत ने गलियारे के दुरुपयोग को लेकर गंभीर है और हमने एजेंसियों से और सबूत और दुरुपयोग के मामले जमा करने के लिए कहा है ताकि मामले को पाकिस्तान के अधिकारियों के सामने उठाया जा सके।
इंटेलिजेंस के सूत्रों ने कहा है कि कॉरिडोर का इस्तेमाल व्यावसायिक बैठकों के लिए भी किए जाने की रिपोर्ट है, जिसे कॉरिडोर को चालू करने के लिए दोनों देशों के बीच हस्ताक्षरित एक समझौते के अनुसार अनुमति नहीं थी। सूत्रों ने बताया कि हाल ही में करतारपुर कॉरिडोर में रोटरी क्लब के पदाधिकारियों की बैठक हुई थी।