दिल्ली पुलिस ने सिविल लाइंस इलाके में बुजुर्ग कारोबारी की हत्या में शामिल दो आरोपियों को मंगलवार शाम को दबोच लिया है। दोनों के उम्र की जांच की जा रही है। साथ ही हत्या के कारणों का पता लगाने के लिए पूछताछ चल रही है।
जानकारी के अनुसार रविवार सुबह सिविल लाइंस में 76 वर्षीय कारोबारी राम किशोर अग्रवाल की हत्या कर दी गई थी। घटना के वक्त वह कोठी के ग्राउंड फ्लोर स्थित कमरे में सो रहे थे। वारदात का खुलासा करने के लिए सात टीमों के अलावा क्राइम ब्रांच एवं स्पेशल सेल की टीमें भी लगी हुईं थी।
मेट्रो के स्मार्ट कार्ड से मिला था सुराग
जांच में सामने आया था कि शनिवार रात दस बजे दोनों शख्स बाइक से आए। उन्होंने बुजुर्ग के घर के सामने बाइक खड़ी कर दी और आईसक्रीम खाने लगे। थोड़ी देर बाद एक युवक युवती बुजुर्ग के घर में गए, जिन्हें देखकर दोनों शख्स लौट गए।
सीसीटीवी की फुटेज की में सामने आया कि दोनों आरोपी सिविल लाइंस मेट्रो स्टेशन पर गए। वहां से मेट्रो ट्रेन से ग्रीन पार्क मेट्रो स्टेशन गए। फिर लौटकर नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन से बाहर आए। इसके बाद मेट्रो से समयपुर बादली मेट्रो स्टेशन से बाहर निकल कर ऑटो से घर के लिए रवाना हो गये।
29 मार्च को भी की थी रेकी
नाबालिग के स्मार्ट कार्ड की जांच से मालूम हुआ है कि वह 29 मार्च को भी बुजुर्ग के घर की रेकी करने के लिए आया था। इसके बाद वह चला गया लेकिन वारदात को अंजाम नहीं दिया। पुलिस वारदात की वजह एवं इसमें शामिल अन्य लोगों के बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रही है।
ऐसे दोनों आरोपियों तक जांच टीमें पहुंचीं
पुलिस ने फुटेज में पाया कि एक शख्स स्मार्ट कार्ड का इस्तेमाल कर रहा है। इसके बाद स्मार्ट कार्ड की जानकारी डीएमआरसी से लेकर उसका यात्रा विवरण ले लिया। एक नाबालिग ने मंगलवार को इसी कार्ड का प्रयोग विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन पर किया। यह जानकारी पुलिस को मिल गई। इसी दौरान नाबालिग राजीव चौक मेट्रो स्टेशन से बाहर निकला तो वहां मौजूद मेट्रो पुलिस ने दबोच लिया। जांच में पता चला कि नाबालिग बजीराबाद का रहने वाला है। फिर इसकी निशानदेही पर मुकुंदपुर से क्राइम ब्रांच ने दूसरे आरोपी को भी दबोच लिया।