पंजाब पुलिस ने एक घर उजड़ने से बचा लिया। हाेशियारपुर जिले के थाना चब्बेवाल प्रभारी मीना कुमारी की हर तरफ सराहना हो रही है। दहेज का मामला लेकर थाने पहुंचे दंपती के झगड़े को सुलझाकर उन्हें प्रेम की भाषा समझा दी। मीना कुमारी ने एक साल से चल रहे झगड़े को 4 घंटे में समाप्त कर दिया। थाने में ही फूलमालाएं मंगाई। पति-पत्नी ने भी एक-दूसरे के गले में माला डालकर नफरत की दीवार तोड़ दी। मीना कुमारी से दंपती इस कदर प्रेरित हुए कि कभी झगड़ा न करने की कसम खाई और जीवनभर एक-दूसरे के साथ रहने का वायदा किया। दोनों को शगुन देकर थाने से विदा किया गया।
गढ़शंकर निवासी सुरिंदर पाल की बेटी प्रीति रानी की शादी तीन वर्ष पहले कस्बा हरियाना के राकेश कुमार के साथ हुई थी। शादी के समय प्रीति के घरवालों ने हैसियत के अनुसार दहेज दिया था। पिछले एक वर्ष से पति राकेश और दहेज लाने को लेकर उसके मारपीट करता था। लगातार प्रताड़ना से तंग आकर प्रीति ने इसकी शिकायत एसएसपी से कर दी। प्रीति रानी ने बताया कि उसके एक बेटा है।
यूं हुई पति-पत्नी के बीच सुलह
इस मामले की जांच थाना चब्बेवाल प्रभारी मीना कुमारी कर रही थीं। मंगलवार को उन्होंने दोनो पक्षों को थाने में बुलाया। करीब चार घंटे तक उन्हें समझाया। महिला अधिकारी के प्रोत्साहन से प्रीति व राकेश कुमार में सुलह हो गई और दोनों खुशी-खुशी थाने से घर लौट गए। मीना कुमारी के अनुसार उन्होंने उन्हें समझाया कि झगड़े में कुछ नहीं रखा है। आपके एक छोटा बेटा है। उसका क्या कसूर है। उन्होंने घर बर्बाद होने के कई उदाहरण उनके सामने रखे। आखिरका उनका प्रयास रंग लाया और दोनों दोबारा एक साथ रहने को राजी हो गए।
शगुन देकर किया थाने से विदा
उन्होंने दंपती के रिश्ते में मिठास लाने के लिए मालाएं मंगाई। थाने में ही दोनों ने एक-दूसरे के फूलमाला पहनाई। राकेश कुमार व प्रीति रानी ने भी अब कभी न झगड़ने का संकल्प लिया। थाना प्रभारी ने दोनो पक्षों के लोगों को लड्डू बांटे और प्रीति व राकेश कुमार को अपनी जेब से शगुन भी दिया।