नई दिल्ली: किशोर बियानी (Kishor Biyani)…एक ऐसा नाम, जो किसी पहचान का मोहताज नहीं है। लेकिन आज कुछ संकटों में घिरा दिख रहा है। वजह है उनके फ्यूचर ग्रुप (Future Group) की एक कंपनी का दिवालिया होने की कगार पर पहुंच जाना। वह कंपनी है फ्यूचर रिटेल (Future Retail Limited)। अगस्त 2020 में फ्यूचर समूह ने रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries Limited) की कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) के साथ 24713 करोड़ रुपये के विलय समझौते की घोषणा की थी। समझौते के तहत खुदरा, थोक, लॉजिस्टिक एवं भंडारण खंडों में सक्रिय फ्यूचर समूह की 19 कंपनियों का रिलायंस रिटेल अधिग्रहण करने वाली थी। लेकिन अब यह डील कैंसिल हो चुकी है क्योंकि फ्यूचर समूह के सिक्योर्ड लेंडर्स ने इसे नामंजूर कर दिया है।
अब इस डील के कैंसिल हो जाने के बाद फ्यूचर रिटेल पर दिवालिया (Bankrupt) होने का खतरा मंडराने लगा है। वर्तमान में, फ्यूचर रिटेल पर 29 लेंडर्स के एक कंसोर्शियम का 17,000 करोड़ रुपये का कर्ज है। वहीं फ्यूचर ग्रुप पर कुल कर्ज 30,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है। कहा जा रहा है कि डील कैंसिल होने के बाद फ्यूचर रिटेल के पास रिजॉल्यूशन का जो एकमात्र विकल्प है, वह है बैंकरप्सी कोर्ट।
किशोर बियानी ने 35 साल पहले शुरू किया था साम्राज्य
किशोर बियानी को भारत में आधुनिक रिटेल का अगुवा या यूं कहें जनक माना जाता है। उन्होंने आसान शॉपिंग को आम लोगों तक पहुंचाया। फ्यूचर ग्रुप की फ्यूचर रिटेल के माध्यम से रिटेल बिजनेस का एक पूरा साम्राज्य खड़ा किया। किशोर बियानी का जन्म 1961 में मुंबई के एक कपड़ा व्यापारी के घर हुआ। बियानी ने 1980 के दशक में मुंबई में स्टोन वॉश डेनिम फैब्रिक को बेचने से अपना कारोबारी सफर शुरू किया था। उसके बाद उन्होंने 1987 में Erstwhile Manz Wear नाम से रिटेल बिजनेस शुरू किया।
फिर पैंटालून्स का हुआ जन्म
कुछ ही वक्त बाद Erstwhile Manz Wear का नाम बदलकर पैंटालून्स कर दिया गया।
। 1992 में पेंटालून को शेयर बाजार में लिस्ट किया गया ताकि विस्तार, स्टोर बेहतर बनाने और मार्केटिंग के लिए पैसा जुटाया जा सके। इसके बाद बियानी ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा। वह रिटेल का एक पूरा इकोसिस्टम बना चुके थे। इतना ही नहीं उन्होंने कई अन्य एंटरप्रेन्योर्स व ब्रांड्स को मेंटोर भी किया।
2001 में खुला पहला बिग बाजार
सफलता की सीढ़ियां चढ़ रहे बियानी के फ्यूचर समूह ने 2001 में भारत में पहला बिग बाजार स्टोर खोला। बिग बाजार इतना तेजी से और इतना ज्यादा पॉपुलर हुआ कि 6 साल के अंदर पूरे भारत में इसके लगभग 100 स्टोर हो गए। 2007 में बियानी के फ्यूचर ग्रुप ने इंश्योरेंस सेक्टर में कदम रखा और फ्यूचर जनरल इंश्योरेंस को लॉन्च किया। उसी साल फ्यूचर कैपिटल भी अस्तित्व में आई, जो इक्विटी ब्रोकिंग सॉल्युशंस, वित्तीय उत्पाद, वेल्थ मैनेजमेंट सर्विसेज और रियल एस्टेट ब्रोकिंग की पेशकश करती है।