दिल्ली पुलिस के मुताबिक जहांगीरपुरी हिंसा का मुख्य आरोपी- मोहम्मद अंसार है। उम्र- 35 साल, पेशा- कबाड़ी, पत्नी- सकीना, 3 बेटियां, दो बेटे। जहांगीरपुरी में जिस जगह हिंसा हुई वहां से कुछ 200 मीटर के दूरी बी ब्लॉक में है अंसार का पांच मंजिला घर। संकरी-संकरी गलियों से गुजरते हुए जब हम अंसार के घर पहुंचे तो हमें मिल गईं अंसार की पत्नी सकीना। सकीना जल्दबाजी में थी और अंसार की जमानत की जुगत में वकील से मिलने जा रही थीं।
पुलिस के मुताबिक अंसार पर दर्ज हैं कई केस
दिल्ली पुलिस के मुताबिक अंसार पर मारपीट के 2 मामले दर्ज हैं, वहीं उस पर गैंबलिंग एक्ट 5 बार केस दर्ज किया गया है। उसे एक से ज्यादा बार गिरफ्तार भी किया जा चुका है। अंसार 2009 और 2018 में जेल जा चुका है। जहांगीरपुरी हिंसा मामले में दर्ज दिल्ली पुलिस की FIR के मुताबिक ‘जब शोभा यात्रा सी ब्लॉक की जामा मस्जिद के पास पहुंची तो एक शख्स अंसार अपने 4-5 साथियों के साथ आया और शोभा यात्रा में शामिल लोगों से बहस करने लगा।’
अंसार की पत्नी सकीना ने बताया कि अंसार और हमारा परिवार बी ब्लॉक में पिछले 12 साल से रह रहे हैं। इसके पहले हम सी ब्लॉक में रहता करते थे। सकीना के बात करने में बंगाली टोन साफ झलक रही थी। हमने उनसे पूछ लिया कि आप बंगाली टोन में कैसे बात कर रही हैं, आपको बांग्ला आती है? उन्होंने बताया कि वो और अंसार मूल रूप से बंगाल के रहने वाले थे। कई साल पहले वो दिल्ली आए और जहांगीरपुरी में रहने लगे।
मोहल्ले में है अंसार का रसूख
16 अप्रैल की शाम के बारे में सकीना ने बताया कि शाम करीब 6 बज रहे थे। ‘हमारा रोजा खोलने का वक्त हो रहा था। हम सब इफ्तारी की तैयारी में लगे हुए थे। अंसार भी घर में ही थे। अचानक खबर आई कि मस्जिद के पास कुछ कहासुनी हो गई है। अंसार की मोहल्ले में अच्छी पैठ है, इसलिए वो खुद झगड़ा निपटाने के लिए चले गए। थोड़ी देर बाद पता चला कि काफी बवाल हो गया है।’
सकीना की बेटी मोइना ने बताया कि ‘परसों (16 अप्रैल) की रात को पुलिस आई और पापा को बात करने के लिए बुलाया। पापा ने कहा कि कुछ देर में बात करके आता हूं। जब से पुलिस के साथ पापा गए हैं, वो लौटकर घर नहीं आए।’ हमने सकीना से पूछा कि उनके पति पर आरोप है कि उन्होंने ही उन्होंने ही हिंसा भड़काई, इस पर सकीना कहती हैं, ‘हम जिस मोहल्ले में रहते हैं वहां हिंदू ज्यादा रहते हैं और मुसलमान कम। आप किसी भी हिंदू के घर जाकर मेरे पति के बारे में पूछ लो, सब उनकी तारीफ ही करते हैं।’
जब हमने बेटी मोइना से पूछा कि अंसार का गिरफ्तारी के बाद जो वीडियो आया है उसमें वो पुष्पा मूवी वाली स्टाइल में अकड़ दिखा रहे है। इसके जवाब में मोइना ने कहा- ‘वो ऐसा शायद इसलिए कर रहे होंगे ताकि उनके परिवार वाले उदास ना हों और हमारा हौसला बना रहे।’
अंसार की सास अकलीमा ने बताया, ‘मेरा दामाद मोबाइल का काम करता था। पेट पालने के लिए जो भी काम मिलता था वो करता था।’ हमने पूछा कि पांच मंजिला इतना बड़ा घर कैसे बना लिया? इस पर अकलीमा झेंप गईं। अकलीमा कहती हैं कि अंसार पास के देवी मंदिर के लिए चंदा भी दिया करते थे। देवी मंदिर की सुरक्षा के लिए अंसार ने ही CCTV कैमरे लगवाए थे। कोविड लॉकडाउन के दौरान अंसार ने लोगों के घर में राशन भी पहुंचाया और लोगों की मदद की।
अंसार के पड़ोसी भी अंसार की तारीफ ही करते मिले। पड़ोसी रजनी का मुंहबोला भाई था अंसार। वो बताती हैं, ‘जिस वक्त हिंसा शुरू हुई तब मैं अपने घर के सामने वाले मंदिर में हनुमान जयंती के दिन भजन गा रही थी। तभी अंसार भाई अचानक भागते हुए सड़क की तरफ जाने लगे, पीछे उनकी पत्नी भाग रही थी। बाद में पता चला कि बहुत ज्यादा लड़ाई हो गई।’ रजनी बताती हैं कि इस गली में ज्यादातर लोग हिंदू रहते हैं, सिर्फ तीन चार घर ही मुसलमानों के हैं। रजनी बताती हैं कि ‘अंसार भाई कभी लड़ाई झगड़े में शामिल नहीं रहे। अगर किसी की बहस हो जाती थी तो अंसार भाई छुड़ाने के लिए आते थे।’
कोर्ट जाते वक्त अंसार पुष्पा स्टाइल में इशारे करता नजर आया
अब तक 21 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया
दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने कहा कि सोशल मीडिया पर हमारी नजर हैं। कुछ लोग ऐसे हैं जो चाहते हैं कि माहौल न सुधरे। सोशल मीडिया पर ऐसी गलत जानकारी और माहौल बिगाड़ने वाली पोस्ट करने वालों पर एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शनिवार को दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा मामले में अब तक 21 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। 2 नाबालिगों को हिरासत में लिया गया है। हमारी अपील है कि अफवाहों पर ध्यान न दें। अगर कोई फैक्ट वैरिफाई करना है, तो आप सीधे पुलिस से बात करिए।