कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजनीति में ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) का दबदबा कायम है। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने शनिवार को उप चुनावों (By poll Elections) में शानदार जीत हासिल की। पार्टी ने कोलकाता की बालीगंज सीट (Ballygunge by election) को अपने पास बरकरार रखा जबकि आसनसोल संसदीय क्षेत्र (Asansol by election) को भाजपा से छीन लिया। ताजा चुनाव परिणाम बताता है कि राज्य में टीएमसी सुप्रीमो और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का प्रभुत्व है और लगभग एक दशक से बरकरार है।
बंगाल में बीजेपी का सिकुड़ रहा समर्थन?
भाजपा (BJP) बंगाल में प्रमुख विपक्षी दल है लेकिन उपचुनाव के नतीजों को देखें तो पता चलेगा कि राज्य में उसका समर्थन कम हो रहा। बीजेपी न सिर्फ आसनसोल निर्वाचन क्षेत्र टीएमसी से हार गई जहां पिछले चुनाव में उसे पहली बार जीत नसीब हुई थी, बल्कि उसके उम्मीदवार बालीगंज सीट पर तीसरे नंबर पर रहे और अपनी जमानत तक नहीं बचा सके।
सीपीएम की तरफ लौट रहे बीजेपी से मायूस मतदाता?
चुनाव परिणामों को देखें तो बालीगंज में सीपीएम के वोट शेयर में भी बढ़ोतरी हुई है उसके उम्मीदवार दूसरे नंबर पर रहे। आसनसोल में सीपीएम की स्थिति पहले जैसे ही रही और उसका वोट प्रतिशत बराबर रहा। हालांकि उसका उम्मीदवार तीसरे स्थान पर रहा। इन दोनों चुनावों में अपने उम्मीदवारों की जमानत गंवाने के साथ कांग्रेस पार्टी की स्थिति सबसे बुरी रही। आसनसोल में तृणमूल के उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा ने तीन लाख से अधिक मतों के अंतर से सीट हासिल की। बालीगंज में पार्टी के उम्मीदवार पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने लगभग 20 हजार मतों के साथ सीट जीती जो पार्टी की पिछली जीत के अंतर से लगभग 75 हजार कम है।
बीजेपी छोड़ टीएमसी में गए सुप्रियो जीते
पिछले साल सितंबर में सुप्रियो भाजपा छोड़ टीएमसी में शामिल हो गए थे। दो महीने बाद उन्हें नरेंद्र मोदी मंत्रालय से हटा दिया गया था। इसके बाद उन्होंने आसनसोल से भाजपा सांसद के रूप में भी इस्तीफा दे दिया, जिसे उन्होंने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में जीता था। ममता ने सुप्रियो को बालीगंज से पार्टी का उम्मीदवार बनाया। यह सीट पिछले साल नवंबर में पार्टी के दिग्गज सुब्रत मुखर्जी के निधन के बाद खाली हो गई थी।
घट रहा बीजेपी का वोट प्रतिशत
2019 के लोकसभा चुनाव में आसनसोल में बीजेपी को 51.15 फीसदी वोट मिले थे जबकि टीएमसी और सीपीएम को क्रमश: 35.19 फीसदी और 7.07% वोट मिले थे। 2021 के विधानसभा चुनावों में अपने सात विधानसभा क्षेत्रों में टीएमसी ने बीजेपी के 41.89% और सीपीएम के 7.5% वोटों के मुकाबले 46.21% वोट हासिल किए थे। इस सीट पर वर्तमान उपचुनाव में टीएमसी का वोट प्रतिशत 56.5% तक बढ़ गया जबकि बीजेपी का गिरकर 30 प्रतिशत तक रह गया। सीपीएम ने 7.77% वोट प्राप्त करके अपना वोट आधार बनाए रखा है।