नई दिल्ली. जो रूट ने इंग्लैंड की टेस्ट कप्तानी छोड़ दी है. वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में 1-0 से मिली शर्मनाक हार के बाद उन्होंने इंग्लैंड टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला लिया. 31 साल के रूट को 2017 में एलिस्टर कुक के बाद इंग्लैंड की टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया था. इंग्लैंड को वेस्टइंडीज के खिलाफ ग्रेनाडा में हुए तीसरे टेस्ट में 10 विकेट से हार झेलनी पड़ी. यह इंग्लिश टीम की लगातार 9वीं हार थी. इसके बाद रूट ने कप्तानी छोड़ दी.
उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि कप्तानी छोड़ने का यह सही वक्त था. मुझे अपने देश की कप्तानी करने पर बेहद गर्व है और मैं पिछले 5 सालों को बड़े गर्व के साथ देखूंगा.यह काम करना सम्मान की बात है और मुझे खुशी है कि इंग्लिश क्रिकेट के शिखर के संरक्षक के तौर पर काम कर सका.
करियर का सबसे चुनौतीपूर्ण फैसला
रूट ने आगे कहा कि यह मेरे करियर में सबसे चुनौतीपूर्ण निर्णय रहा, लेकिन अपने परिवार और करीबी लोगों के साथ चर्चा करने के बाद, मुझे पता लगा कि कप्तानी छोड़ने का यही सही वक्त है. मुझे इंग्लैंड की टीम की कप्तानी करना पसंद था. लेकिन हाल में मैंने देखा कि इस जिम्मेदारी को संभालने का मुझ पर कितना असर हुआ. खेल से अलग भी इस जिम्मेदारी ने मुझ पर गहरा प्रभाव डाला. मैं इस अवसर पर अपने परिवार, कैरी, अल्फ्रेड और बेला को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने यह सब मेरे साथ जिया है और पूरे समय प्यार और समर्थन के अविश्वसनीय स्तंभ रहे हैं.
पिछले 17 टेस्ट में से इंग्लैंड को एक में मिली जीत
रूट बीते 5 साल से इंग्लैंड टेस्ट टीम के कप्तान थे और उन्होंने इंग्लैंड के लिए किसी भी अन्य कप्तान की तुलना में सबसे अधिक 64 टेस्ट खेले. इसमें से उन्होंने 27 में जीत दर्ज की. जबकि 26 मुकाबलों में इंग्लिश टीम को हार झेलनी पड़ी. लेकिन रूट की कप्तानी में खेले पिछले 17 टेस्ट में से इंग्लैंड को सिर्फ एक में ही जीत मिली. इसी वजह से उन पर कप्तानी छोड़ने का दबाव था.