रूस की ओर से यूक्रेन के खिलाफ युद्ध शुरू किए अब 44 दिन हो चुके हैं। इस बीच यूक्रेन में रूसी सेना की तरफ से जबरदस्त तबाही मचाने का दौर जारी है। एक दिन पहले ही यूक्रेन के एक रेलवे स्टेशन में मिसाइल गिरने से कम से कम 52 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि दर्जनों अन्य घायल हुए थे। मृतकों में ज्यादातर देश छोड़कर भागने की कोशिश कर रहे बच्चे और महिलाएं थीं। सामने आया है कि जिस रॉकेट से यह हमला हुआ, उसके एक साइड पर रूसी में लिखा था- ‘यह बच्चों के लिए है’। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस वक्त यह हमला हुआ उस वक्त स्टेशन और उसके आसपास करीब चार हजार लोग मौजूद थे।
जेलेंस्की से मिले जॉनसन
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन कीव में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की। यूक्रेन के राष्ट्रपति के हवाले से समाचार एजेंसी ने यीह जानकारी दी।
44 लाख से अधिक लोगों ने यूक्रेन छोड़ा
44 लाख से अधिक यूक्रेनियन लोगों ने युद्धग्रस्त देश छोड़ दिया है। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी यूएनएचसीआर की ओर से शनिवार को प्रकाशित आंकड़े बताते हैं कि 24 फरवरी को रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद से 4,441,663 यूक्रेनी शरणार्थी देश छोड़कर जा चुके हैं। यह आंकड़ा पिछले दिन की तुलना में 59,347 अधिक था। यूक्रेन छोड़कर जाने वाले लोगों में लगभग 90% महिलाएं और बच्चे हैं।
मिसाइल हमले पर यूक्रेन-रूस आमने-सामने
यूक्रेन के राष्ट्रपति वालोदिमीर जेलेंस्की ने क्रैमेतोर्स्क स्थित रेलवे स्टेशन पर हुए मिसाइल हमले की एक बार फिर निंदा की। इस हमले में करीब 50 लोगों की मौत हो गई थी। उन्होंने और अन्य नेताओं ने रूस की सेना पर स्टेशन पर जानबूझकर हमला करने का आरोप लगाया। वहीं, रूस ने यूक्रेन को यह कहते हुए दोषी ठहराया कि उसकी सेना ने उस तरह की मिसाइल का इस्तेमाल नहीं किया, जो स्टेशन से टकराई।
अमेरिकी मंत्री बोले- रूस का साथ छोड़े भारत
अमेरिकी उप विदेश मंत्री वेंडी शर्मन ने कहा है कि अमेरिका चाहेगा कि भारत गुटनिरपेक्ष समूह में शामिल रहे देशों के संगठन जी-77 के तहत रूस के साथ अपने संबंधों और साझेदारी को घटाए और गुटनिरपेक्षता का सिद्धांत छोड़ दे। शर्मन ने अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की विदेश मामलों की समिति के समक्ष यह बात कही और साथ ही इस बात पर भी जोर दिया कि भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी बेहद महत्वपूर्ण है।
बाइडन प्रशासन ने सांसदों से कहा है कि यह समय भारत और अमेरिका के बीच रक्षा साझेदारी को और अधिक मजबूत करने का है, क्योंकि दोनों ही देशों ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र को समृद्ध और सुरक्षित बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। शर्मन ने कहा, “भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र हैं। उसके साथ हमारे मजबूत रक्षा संबंध हैं। वे ऑस्ट्रेलिया और जापान के साथ क्वाड का भी हिस्सा हैं। हमने साथ मिलकर कई ऐसे कदम उठाए हैं, जो हिंद-प्रशांत क्षेत्र की समृद्धि और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं।”
रूस बोला- हमने नहीं किया यूक्रेन के ट्रेन स्टेशन पर हमला
रूसी रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन के ट्रेन स्टेशन पर हमला करने से इनकार किया है, लेकिन यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने आरोप लगाया कि रूसी सैनिकों ने जान-बूझकर ऐसे स्थान को निशाना बनाया जहां आम नागरिक एकत्र थे। रूस ने घटना के लिए यूक्रेन को दोषी ठहराते हुए कहा कि जिस तरह की मिसाइल से स्टेशन पर हमला किया गया वह ऐसी मिसाइल का उपयोग नहीं करता है। हालांकि, रूस के इस दावे को विशेषज्ञों ने खारिज कर दिया।
यूक्रेन के समर्थन में आए विदेशी सुपरस्टार्स, चलाया हस्ताक्षर अभियान
ब्रूस स्प्रिंगस्टीन, ह्यूज जैकमैन, एल्टन जॉन, जोन बोन जोवी, जोनास ब्रदर्स और बिली एलिश समेत फिल्म, टीवी, खेल व संगीत जगत के कई सितारों ने यूक्रेन के समर्थन में एक सोशल मीडिया अभियान पर हस्ताक्षर किए हैं। ‘ग्लोबल सिटीजन’ ने शुक्रवार को सोशल मीडिया रैली का आयोजन कर सरकारों, संस्थानों, निगमों और व्यक्तियों से यूक्रेन व दुनिया के अन्य क्षेत्रों में मानवीय प्रयासों के लिए वित्त पोषण में मदद करने का अनुरोध किया। मशहूर हस्तियों से हैशटैग ‘स्टैंड अप फॉर यूक्रेन’ का इस्तेमाल कर इस प्रयास का प्रचार करने के लिए अपने सोशल मीडिया अकाउंट का इस्तेमाल करने की अपील की जा रही है। स्प्रिंगस्टीन ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर ‘यूक्रेन और दुनियाभर में शरणार्थियों को अब हमारी मदद की जरूरत होगी’ नामक अभियान के प्रति समर्थन जताया।