रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग का आज 42वां दिन है। अब तक यूक्रेन के कई शहरों को रूस पूरी तरह से तबाह कर चुका है। वहीं यूक्रेन के बूचा में हुए नरसंहार और लाशों को लेकर पूरी दुनिया में रूस की आलोचना हो रही है। यूक्रेनी सेना का कहना है कि, उनके पास युद्ध अपराधों के सबूत भी हैं। हालांकि, रूस इसका लगातार खंडन कर रहा है।
अमेरिका ने पुतिन की बेटियों और रूसी बैंकों पर लगाए प्रतिबंध
अमेरिका ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बेटियों और रूस के शीर्ष बैंकों के खिलाफ प्रतिबंध लगाए हैं। आज घोषित किए गए प्रतिबंधों के नए पैकेज का उद्देश्य रूसी बैंकों, कुलीनों को निशाना बनाना है। इसके अलावा किसी भी अमेरिकी नागरिक पर रूस में निवेश करने पर रोक भी लगाई गई है।
बूचा नरसंहार को लेकर रूस ने यूक्रेन पर लगाया आरोप
बूचा में नरसंहार को लेकर आलोचना का सामना कर रहे रूस ने एक बार फिर यूक्रेन पर ही आरोप लगाया है। रूसी विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने आरोप लगाया है कि यूक्रेन ने बूचा में शवों की तस्वीरों का इस्तेमाल मॉस्को के खिलाफ और प्रतिबंधों को लागू करने के लिए शांति वार्ता को पटरी से उतारने के लिए किया है, रूस इन तस्वीरों को फर्जी बताता है।
यूक्रेन को विशेष हथियार भेजेगा जर्मनी
जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोस्ज ने कहा है कि हम यूक्रेन को ऐसे हथियार भेज सकते हैं जिनका इस्तेमाल करना यहां की सेना को आता है। उन्होंने कहा कि ये पुराने हथियार हैं। यूक्रेन में इनका अच्छा इस्तेमाल हो सकता है क्योंकि वहां के सैनिकों को ये हथियार चलाने का अनुभव हो। चांसलर ने आगे कहा कि हमें ऐसे उपकरणों की आपूर्ति करनी होगी जिनका इस्तेमाल किया जा सकता है।
लुहांस्क में इमारतों पर पुलिस ने की गोलाबारी
लुहांस्क के पूर्वी क्षेत्र के गवर्नर ने कहा है कि रूसी गोलाबारी के चलते सिएविएरोदोनेत्स्क में 10 ऊंची इमारतों में आग लग गई है। घटना में कितने लोग हताहत हुए हैं इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है।
यूक्रेन के ऊर्जा इंफ्रा के फिर से निर्माण के लिए बनेगा फंड
यूक्रेन के ऊर्जा इंफ्रास्ट्रक्चर को फिर से बनाने में खर्च के लिए अंतरराष्ट्रीय फंड युद्ध से प्रभावित हुआ है। ऊर्जा समुदाय ने फैसला लिया है कि यूक्रेन के लिए दानकर्ताओं से वित्तीय सहयोग जुटाने के लिए एक फंड स्थापित किया जाएगा। इन दानकर्ताओं में मुख्य तौर पर यूरोपीय संघ के सदस्य देश और अंतरराष्ट्रीय कारोबार होंगे।
यूक्रेन के साथ शांति वार्ता से संतुष्ट नहीं रूस
क्रेमलिन ने कहा है कि मॉस्को और कीव के बीच शांति वार्ता उस हिसाब से आगे नहीं बढ़ पा रही है जैसे इसे बढ़ना चाहिए। प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि वार्ताओं के एक नए दौर को लेकर तैयारी की जा रही है लेकिन कोई उपलब्धि हासिल करने के लिए अभी लंबा सफर तय करना है। उन्होंने कहा कि रूस के पास अपना कर्ज चुकाने के लिए जरूरी सभी संसाधन हैं।