Power stocks: पावर जनरेटर और उससे संबंधित कंपनियों के शेयरों को लेकर निवेशकों में जबरदस्त उत्साह नजर आ रहा है। पावर जनरेटर और उससे संबंधित कंपनियों के शेयर शुक्रवार को फोकस में थे।शुक्रवार को अडानी पावर (Adani power), टाटा पावर (Tata power), भेल (BHEL), एनटीपीसी (NTPC) समेत शेयरों में जमकर खरीदारी हुई।
एसएंडपी बीएसई पावर इंडेक्स (Power index) इंट्रा-डे ट्रेड में 14 साल के हाई लेवल पर पहुंच गया था, इस उम्मीद में कि बेहतर मांग से सेक्टर की कमाई में वृद्धि होगी। अडानी पावर, भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स (BHEL) और NTPC के शेयरों में जबरदस्त तेजी रही। शुक्रवार को इन कंपनियों के शेयरों में 5 फीसदी से 10 फीसदी की तेजी देखी गई। जबकि बीएसई पर पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन, टाटा पावर, टोरेंट पावर और जेएसडब्ल्यू एनर्जी 2 फीसदी से 4 फीसदी के दायरे में भागे।
पावर शेयरों में रिकॉर्ड तेजी
एसएंडपी बीएसई पावर इंडेक्स, TOP सेक्टोरल गेनर्स में से एक रहा। शुक्रवार को बीएसई पर पावर इंडेक्स 3.2 प्रतिशत बढ़कर 4,171 पर बंद हुआ। जबकि एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स में 1.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। पावर इंडेक्स 4,187.47 के इंट्रा-डे हाई पर पहुंच गया और जनवरी 2008 के बाद से अपने अधितकम स्तर पर कारोबार कर रहा था। इससे पहले यह 1 जनवरी 2008 को 4,929.34 के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचा था।
अडानी पावर पर सबसे ज्यादा फोकस
इन दिनों अडानी पावर के शेयर उड़ान भर रहे हैं। अडानी पावर के शेयर शुक्रवार को कारोबारी दिन में 10 पर्सेंट की जोरदार तेजी के साथ 203.60 रुपये पर बंद हुए। शुक्रवार को कंपनी के शेयर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच कर अपर सर्किट में बंद हुआ। पिछले 8 कारोबारी दिन में अडानी पावर के शेयर 64 पर्सेंट भागा है। पिछले तीन महीनों में एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स में 1.6 फीसदी की बढ़त की तुलना में इसमें 104 फीसदी की तेजी आई है। वहीं, इस साल 2022 में YTD के हिसाब से यह 100 पर्सेंट का रिटर्न दिया है। 3 जनवरी को साल का पहला कारोबारी दिन था जब कंपनी के शेयर 101.30 रुपये पर बंद हुए थे अब यह 200 के पार पहुंच गया है।
इन पावर कंपनियों के शेयरों में तेजी
शुक्रवार को अडानी पावर के शेयरों में सबसे अधिक 10 पर्सेंट की तेजी रही। भेल के शेयर 9.3 पर्सेंट की तेजी पर बंद हुए थे। वहीं, NTPC के शेयर 5.9% चढ़कर बंद हुए, पावर ग्रिड के शेयर 3.5 पर्सेंट, टाटा पावर के शेयर 2.5%, Torrent पावर के शेयर 1.9% और JSW एनर्जी के शेयर 1.8% की तेजी के साथ बंद हुए थे।
क्या कहते हैं एनालिस्ट?
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के मुताबिक, ‘भारत में अक्टूबर के बाद से 1 मार्च से 30 मार्च तक बिजली की सबसे बड़ी कमी देखी गई। मार्च में बिजली की मांग में जबरदस्त वृद्धि देखी गई जिस वजह से भारत ने गैर-विद्युत क्षेत्र में कोयले की आपूर्ति में कटौती करने और इन्वेंट्री में कमी के कारण उपयोगिताओं के लिए फ्यूल नीलामी योजनाओं को आयोजित किया। बिजली की मांग बढ़ने से पावर सेक्टर के शेयरों में तेजी आई है।’
क्या कहती है ये रिपोर्ट
वहीं, पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, मार्च में भारत की बिजली की खपत लगातार बढ़कर 126.12 बिलियन यूनिट (बीयू) हो गई, जो साल-दर-साल 4.6 प्रतिशत बढ़ी। बिजली की खपत में वृद्धि गर्मी की शुरुआत और राज्यों द्वारा लॉकडाउन प्रतिबंधों में ढील के बाद है। बिजली मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2021 में बिजली की खपत 120.63 बीयू थी, जो मार्च 2020 में 98.95 बीयू थी। फरवरी में बिजली की खपत में भी एक साल में 4.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मार्च 2020 में 170.16 GW और मार्च 2021 में 185.89 GW की तुलना में एक दिन में पीक पावर डिमांड पूरी हुई या महीने में सबसे ज्यादा सप्लाई 199.29 GW हो गई।