नीतीश कुमार ने राज्यसभा में जाने को लेकर चल रही अटकलों को लेकर गुरुवार को स्थिति साफ की। उन्होंने साफ कहा कि राज्यसभा में जाने की उनकी व्यक्तिगत इच्छा नहीं है। वह पत्रकारों से बात कर रहे थे।
राज्यसभा में जाने की इच्छा को लेकर पूछे गये सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मेरी कोई व्यक्तिगत इच्छा नहीं है। बुधवार को एक न्यूज चैनल से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा था कि वे तीन सदनों का सदस्य रह चुके हैं। सिर्फ राज्यसभा बाकी है। इसी संदर्भ को लेकर गुरुवार को विधानसभा के मुख्यमंत्री कक्ष में पत्रकारों ने उनसे उनकी इच्छा जाननी चाही।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राजनीति के शुरुआत में मैं क्षेत्रों में बहुत घूमा करता था। लोगों से मिलता रहता था। इसी दौरान मेरी एक ही इच्छा थी कि सांसद बनूं। वह मैं बन गया। इसके पहले विधायक भी मैं बना था। पुराना बाढ़ लोकसभा क्षेत्र में अपने पुराने साथियों से मुलाकात करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि काफी दिनों से इसके लिये कार्यक्रम बना रहा था। अपने पुराने साथियों-सहयोगियों से मिलना चाहता था, पर समय नहीं मिल पाता था। इसी बीच में कोरोना का दौर आया। अब जाकर पुराने साथियों और वहां के लोगों से मिल रहा हूं। कुछ और क्षेत्र बाकी हैं, जहां आगे जाऊंगा।
16 सालों से लोगों की सेवा कर रहा
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 16 सालों से बिहार के लोगों की सेवा कर रहा हूं। इन 16 सालों में मैंने राज्य के हर तबके और सभी क्षेत्रों के विकास के लिए काम किया। किसी भी क्षेत्र को मैंने छोड़ा नहीं है। सड़क, पुल-पुलिया का निर्माण हो या स्कूल-अस्पताल बनाना। सभी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर कार्य हुए हैं। वर्ष 2006 के पहले और अब की स्थिति में राज्य में बहुत बड़ा परिवर्तन हुआ है। यह साफ दिखता है। पहले और आज के पटना में काफी फर्क आया है।