राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी नरवा विकास योजना के तहत जिले के नालों का उपचार कार्य किया जा रहा है। ताकि जल संरक्षण, संवर्धन के तहत् जल स्तर में ं बढ़ोत्तरी की जा सके और वनांचल की अनउपजाऊ भूमि उपजाऊ बनाई जा सके। नाले के समीप नाला उपचार कार्य होने के बाद जल का स्तर बढ़ा है एवं मृदा क्षय में कमी आई है। जिसके कारण कुआं एवं तालाब में जल का स्तर पहले से बहुत अच्छा हुआ है। पशुओं को सभी मौसम में पानी पीने में आसानी हो रही है किसानों को सिंचाई सुविधा मिलने लगी है एवं फसल उत्पादन बेहतर होने लगा है। जल संरक्षण, संवर्धन के तहत् किसानों की आय में वृद्धि होने के साथ ही सब्जी-भाजी के साथ बारहमासी फसल ले रहे हैं।
कलेक्टर श्री रितेश कुमार अग्रवाल के मार्गदर्शन में और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के.एस.मण्डावी के दिशा-निर्देश में जिले में वन क्षेत्रों में नाला उपचार के लिए स्टॉप डैम, बोल्डर चेक डेम, गेबियन इत्यादि भू-जल आवर्धन संबंधी संरचनाओं का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। जिससे वर्षा के जल को रोककर उसका उपयोग सिंचाई एवं निस्तारी के लिए किया जा रहा है। इसी कड़ी में मनोरा के नाला उपचार कार्य बरना नाला ओरडीह में नरवा सवंर्धन अंतर्गत नरवा विकास का कार्य किया गया। जिसमें गेब्रियन निर्माण कार्य 20 नग, बोल्डर चेक डेम 30 नग एवं गली प्लग 03 नग का निर्माण किया गया। जिसमें 645 मजदूर एवं 6606.75 मानव दिवस अर्जित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि नरवा विकास योजना के तहत् ग्रामीण मजदूरों को रोजगार मिला है। रोजगार के अवसर बढ़े हैं। किसानों के आय में बढ़ौतरी हुई है। ग्रामवासियों ने बताया कि ग्राम पंचायत ओरडीह में बरना नाला उपचार के उपरांत नाले के निकट अधिक से अधिक किसान कृषि लाभ लेकर आजीविका में सुधार हुआ है और किसान खुश है।