स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत शासन द्वारा टी.बी. रोग में कमी लाने के चलते राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम जिला महासमुंद को सब नेशनल सर्टिफिकेशन ऑफ टीबी एलिमिनेशन अवार्ड 2020 में कांस्य पदक के लिए नामांकित किया गया है। टी.बी. उन्मूलन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2015 से वर्ष 2021 तक टी.बी. की जांच में 20 प्रतिशत मरीजों में सुधार के चलते महासमुंद जिले को नामांकित किया गया है।
विगत दिनों कलेक्टर श्री निलेशकुमार क्षीरसागर की अध्यक्षता में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन.के.मण्डपे एवं जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ. आई.नागेश्वर राव के मार्गदर्शन में सब नेशनल सर्टिफिकेशन (कांस्य पदक) सर्वे का कार्य को हरी झंडी दिखाकर प्रारंभ किया गया। महासमुंद जिले के सभी विकासखण्डों में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत सब नेशनल सर्टिफिकेशन (कांस्य पदक) सर्वे का कार्य किया जाए।
जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ. आई .नागेश्वर राव ने बताया की टी.बी. नियंत्रण की दिशा में बेहतर कार्य के लिए महासमुंद जिले को नामांकित किया गया है। इसके लिए सेंट्रल टी.बी. डिवीजन के सदस्यों की टीम महासमुंद जिले में टी.बी. कार्यक्रम की उपलब्धियों का आकलन करेगी। इस दौरान जिले के चिन्हांकित गांव का सर्वे किया जाएगा और क्षय रोग की जमीनी हकीकत जांची एवं परखी जाएगी। चिन्हांकित गांव में सर्वे द्वारा संभावित टी.बी. लक्षणों वाले व्यक्तियों की पहचान के लिए 16 फरवरी को जिले में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सर्वे करने वाली टीमों को निर्धारित क्षेत्र या गांव में संभावित टी.बी. के लक्षणों वाले व्यक्तियों की पहचान करने की जानकारी दी गई। सर्वे के दौरान प्रत्येक टीम घर-घर जाकर दस्तक देगी जिसमें परिवार के सदस्यों की जानकारी ली जाएगी। इस दौरान यह देखा जायेगा किसी व्यक्ति को क्षय रोग के लक्षण तो नहीं है। क्षय रोग के लक्षण दिखने पर ऐसे संभावित टी.बी. मरीजों का सैंपल एकत्रित किया जाएगा एवं एकत्रित सैंपल को उसी दिन जांच हेतु ट्रूनॉट लैब भेजी जाएगी।