कोरोना से जान बचाने का सबसे सस्ता विकल्प है संपूर्ण टीकाकरण। यह सुविधा गांव-गांव में सरकार द्वारा निःशुल्क रूप से उपलब्ध कराई जा रही है। कलेक्टर श्री डोमनसिंह ने कोविड टीकाकरण की जिले में वर्तमान धीमी प्रगति पर गहरी चिंता जाहिर की है। उन्होंने टीकाकरण सत्र की संख्या बढ़ाते हुए निजी वेक्सीनेटर की सेवाएं भी अभियान में लेने को कहा है। श्री सिंह आज ऑनलाईन माध्यम से विकासखण्ड स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर दिशा-निर्देश दे रहे थे। उन्होंने सभी एसडीएम को अभियान का लीडर घोषित करते हुए सबके सहयोग एवं समन्वय से शतप्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने टीकाकरण से छूटे आम लोगों को अपने स्वयं के एवं समाज की सुरक्षा के लिए टीका लगा लेने की अपील की है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जिले में लाखों लोगों को टीका लग चुका है। अब तक दोनों टीका लगा चुके एक भी व्यक्ति की मौत दर्ज नहीं हुई है। टीका लगा चुके लोगों को कोरोना हो जाने पर भी जल्दी स्वस्थ हो जा रहे हैं।
कलेक्टर श्री सिंह ने लम्बी बैठक लेकर शत प्रतिशत टीकाकरण के लिए अफसरों को टिप्स देते हुए प्राण-प्रण से जुट जाने को कहा है। उन्होंने कहा कि फिलहाल इससे बड़ी जनकल्याण एवं स्वास्थ्य की कोई योजना नहीं है। उन्होंने पूरी ताकत इस अभियान में लगाने को कहे हैं। कलेक्टर ने कहा कि लोगों को समझाने और केन्द्र तक लाने की जिम्मेदारी प्रमुख रूप से पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग की है। पंचायत राज प्रतिनिधि इस अभियान में महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान करेंगे। स्वास्थ्य विभाग आये हुये लोगों को टीका लगाना एवं डेटा अपडेट रखने की है। श्री सिंह ने पिछले कुछ दिनों में टीकाकरण की अपेक्षित प्रगति पर खुशी जाहिर की है। पिछले सप्ताह प्रतिदिन लगभग 5 हजार टीका लग रहे हैं। इसे इस सप्ताह तक प्रति सप्ताह 10 हजार एवं इसके अगले सप्ताह 20 हजार प्रति दिन तक ले जाकर संपूर्ण टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करने हैं। प्रथम चरण के टीकाकरण में बिलाईगढ़ एवं दूसरे चरण में कसडोल विकासखण्ड का प्रदर्शन कमजोर रहा है। कलेक्टर ने इस शिथिलता पर नाराजगी जाहिर की है। उल्लेखनीय है कि फिलहाल जिले में 1.75 लाख लोगों का टीकाकरण ड्यू है। कलेक्टर ने मैदानी अधिकारियों से इस अभियान में आ रही दिक्कतें भी सुनी और इनके समाधान के लिए सकारात्मक सुझाव भी दिये।