बच्चों को कुपोषण से निजात दिलाने के लिए प्रदेश में चलाये जा रहे अभियान के लगातार सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। यह अभियान हर जिले में स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार विशेष रूप में संचालित किया जा रहा है, जिसके प्रभावी परिणाम मिले हैं। राजनांदगांव जिले के मानपुर, मोहला एवं छुईखदान विकासखण्ड में कुपोषण दूर करने के लिए विशेष सघन सुपोषण अभियान चलाया गया और सुदूर वनांचल क्षेत्रों तक कुपोषण को दूर करने के लिए व्यापक कार्य किए गए। इससे मानपुर विकासखंड में गंभीर कुपोषित बच्चों में से ज्यादातर सामान्य श्रेणी में आ गए हैं। छुईखदान विकासखंड के 272 गंभीर कुपोषित बच्चों के वजन में बढ़ोतरी हुई है, वहीं 126 गंभीर से मध्यम कुपोषित और 22 बच्चे मध्यम से सामान्य श्रेणी में आ गए हैं। जिले की 172 एनीमिक गर्भवती माताओं के हिमोग्लोबिन स्तर में भी बढ़ोत्तरी हुई है।
कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा के मार्गदर्शन में बच्चों की हर 15 दिन में स्वास्थ्य जांच की जा रही है। बच्चों को रेडी-टू-ईट व्यंजन बनाकर खिलाया जा रहा है। गंभीर कुपोषित बच्चों एवं गर्भवती एनीमिक माताओं का चिन्हांकित कर उनके सुपोषण की दिशा में लगातार कार्य किया जा रहा है। बच्चों को एवं एनीमिक माताओं को प्रतिदिन नाश्ता एवं गरम भोजन दिया जा रहा है। इसकी लगातार मॉनिटरिंग भी की जा रही है। पौष्टिक भोजन में चिक्की, अंडा, फल एवं पौष्टिक आहार देने से पोषण स्तर में सुधार हुआ है। सामुदायिक सहभागिता के साथ स्वयंसेवी संस्थाओं, यूनीसेफ, एम्स को अभियान से जोडऩे से उसको गति मिली हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं ग्राम पंचायत के माध्यम से सुपोषण के लिए जागरूक किया जा रहा है। इससे वनांचल क्षेत्रों में भी अच्छे परिणाम सामने आ रहे है।