जिला स्तर पर विभिन्न औद्योगिक इकाईयों की स्थापना में आने वाली कठिनाईयों का विभिन्न विभागों के मध्य समन्वय स्थापित कर निवेशकों को प्राप्त होने वाली सुविधाओं या उद्योग स्थापना में आने वाली कठिनाईयों का समय-सीमा में निराकरण करने हेतु छ.ग. औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन अधिनियम 2002 की धारा 4 अनुसार निम्नानुसार जिला निवेश प्रोत्साहन समिति का गठन कर कलेक्टर श्री विलास भोसकर संदीपान की अध्यक्षता में समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक मे लीना कमलेश मंडावी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत, श्री शिवहरे, कार्यपालन यंत्री, जलसंसाधन विभाग, श्री निर्मल सिंह, कार्यपालन यंत्री, लोक निर्माण विभाग, श्री महादेव मानकर, उपसंचालक, कृषि विभाग, श्री उमेश ठाकुर, कार्यपालन यंत्री, छ.ग. राज्य विद्युत मण्डल, श्री एन. के. साहू, श्रम पदाधिकारी, श्रम विभाग, श्री प्रतीक दीक्षित, सहायक संचालक, कार्यालय नगर तथा ग्राम निवेश, दुर्ग, श्रीमती अर्चना ठाकुर, जिला खनिज अधिकारी, खनिज संसाधन विभाग, महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र श्री रविश कमल उपस्थित थे।
बैठक में जिले के निम्न एमओयू निष्पादित औद्योगिक इकाईयों के प्रतिनिधि शामिल हुएः-मे. वरदा एनर्जी एंड इंजीनियरिंग प्रायवेट लिमिटेड, ग्राम-कण्डरका, तह.-बेरला, जिला-बेमेतरा, मे. नीरगंगा इस्पात प्रायवेट लिमिटेड, ग्राम-बोरिया, तह.-बेरला, जिला-बेमेतरा, मे. हयाती ब्रेवरेज प्रायवेट लिमिटेड, ग्राम‘-भैंसा, तह. व जिला-बेमेतरा, मे. सारडा इनर्जी एंड मिनरल्स लिमिटेड, ग्राम-नेवनारा, तह.-बेरला, जिला-बेमेतरा, मे. श्री बद्रीनाथ इस्पात प्रायवेट लिमिटेड, ग्राम-रांका, तह. व जिला-बेमेतरा, मे. जी. आर. इंटीग्रेटेड स्टील प्रायवेट लिमिटेड, ग्राम-मुड़पार तह.-बेरला, जिला-बेमेतरा, मे. नेविक स्टील एंड पावर प्रायवेट लिमिटेड, ग्राम-झिरिया, तह. व जिला-बेमेतरा शामिल है। बैठक में महाप्रबंधक, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, बेमेतरा द्वारा उपस्थित अधिकारियों व औद्योगिक इकाईयों का परिचय कराया गया। तत्पश्चात् कलेक्टर द्वारा जिला निवेश प्रोत्साहन समिति के गठन व बैठक के उद्देश्य से अवगत कराते हुए समस्त उद्योगपतियों से उद्योग स्थापना की अद्यतन जानकारी ली।
बैठक मे उद्योग इकाईयों द्वारा जानकारी प्रदान की जिसमें मेसर्स वरदा एनर्जी एंड इंजीनियरिंग प्रायवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि श्री रविन्द्र केडिया द्वारा अवगत कराया गया कि स्वयं की भूमि पर उद्योग स्थापित किया जाना प्रस्तावित है तथा प्रस्तावित भूमि का औद्योगिक प्रयोजनार्थ भूमि व्यपवर्तन किया जाना है। जिस संबंध में कलेक्टर द्वारा इकाई प्रतिनिधि को भूमि व्यपवर्तन प्रक्रिया की पूर्ण जानकारी प्रदान की गई। मेसर्स नीरगंगा इस्पात प्रायवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि श्री आर. वी. मठे द्वारा अवगत कराया गया कि स्वयं की भूमि पर उद्योग स्थापित किया जायेगा तथा इकाई को टीओआर जारी किया जा चुका है व पर्यावरणीय स्वीकृति हेतु 10 जनवरी 2022 को जनसुनवाई किया जाना प्रस्तावित है। इकाई प्रतिनिधि द्वारा उद्योग स्थापना हेतु शिवनाथ नदी पर स्थापित मोतिनपुर एनीकेट से जल उपलब्ध कराने की मांग की गई, जिसमें कार्यपालन अभियंता, जल संसाधन विभाग जानकारी प्रदान की गई, कि वर्तमान में उक्त एनीकट की क्षमता कम है तथा एनीकट की क्षमता विस्तार की प्रक्रिया जारी है। क्षमता विस्तार उपरांत जल उपयोग की अनुमति प्रदान की जायेगी।
मेसर्स हयाती ब्रेवरेज प्रायवेट लिमिटेड के डायरेक्टर श्री पुष्कल अरोरा द्वारा अवगत कराया गया कि इनके एथेनाॅल प्लांट की स्थापना किया जाना प्रस्तावित है, जो बी-2 श्रेणी का उद्योग है, जिसे पर्यावरणीय समाघात निर्धारण रिपोर्ट (ई.आई.ए.) की आवष्यकता नहीं है। इकाई द्वारा वर्तमान में ग्राम पंचायत तथा पर्यावरण संरक्षण मंडल से अनापत्ति प्राप्त किया जाना है, जिस हेतु कलेक्टर द्वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत को आवष्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। मेसर्स सारडा इनर्जी एंड मिनरल्स लिमिटेड के प्रतिनिधि श्री बिरेन्द्र कुमार द्वारा अवगत कराया गया कि इकाई स्वयं के भूमि पर स्थापित किया जायेगा तथा इकाई को टीओआर जारी किया जा चुका है व पर्यावरणीय स्वीकृति हेतु 04 फरवरी 2022 को जनसुनवाई किया जाना प्रस्तावित है।
मेसर्स श्री बद्रीनाथ इस्पात प्रायवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि श्री भारत पटेल द्वारा अवगत कराया गया कि उद्योग स्थापना हेतु भूमि क्रय की जा रही है। जिसके लिए भूमि क्रय पर स्टाम्प शुल्क छूट हेतु आवेदन उद्योग विभाग को प्रस्तुत किया गया है। स्टाम्प शुल्क से छूट प्रमाण पत्र प्राप्ति उपरांत आगामी कार्यवाही की जायेगी। मेसर्स जी. आर. इंटीग्रेटेड स्टील प्रायवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि श्री असित कुमार दास द्वारा अवगत कराया गया कि उद्योग स्थापना हेतु 12.97 हे. शासकीय भूमि की मांग हेतु उद्योग विभाग के समक्ष आवेदन प्रस्तुत किया गया है जिस संबंध में महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र द्वारा उक्त प्रकरण में संबंधित विभागों के साथ संयुक्त निरीक्षण प्रतिवेदन उद्योग संचालनालय को प्रेषित किये जाने की सूचना कलेक्टर को दी गई। इकाई के पक्ष में टीओआर जारी किया जा चुका है। मेसर्स नेविक स्टील एंड पावर प्रायवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि श्री शंकर लाल अग्रवाल द्वारा अवगत कराया गया कि उद्योग स्वयं की भूमि में स्थापित किया जाना प्रस्तावित है तथा उद्योग स्थापना की प्रक्रिया अपने प्रारंभिक चरण पर है।
समस्त उद्योगों से अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त करने के उपरांत कलेक्टर द्वारा जनसुनवाई की प्रक्रिया व महत्व से इकाईयों को अवगत कराया गया तथा समस्त विभागों को आवष्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। साथ ही इकाईयों को उनके द्वारा प्रदत्त किये जाने वाले रोजगार की आवश्यकता की जानकारी मांगी गई, जिसके अनुरूप आई.टी.आई. व कौशल विकास योजना अंतर्गत स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित कर कुशल व्यक्ति तैयार किया जा सके, जिससे जिले के बेरोजगार युवाओं को उद्योग स्थापना उपरांत रोजगार इकाईयों द्वारा प्रदान किया जा सके।