छत्तीसगढ़ में 15 से 18 वर्ष के किशोरों का टीकाकरण शुरू होने के पहले दो दिनों में ही प्रदेश भर में इस आयु वर्ग के कुल लक्ष्य के 20 प्रतिशत से अधिक को टीका लगाया जा चुका है। शुरूआती दो दिनों में ही मुंगेली जिले ने अपने कुल लक्ष्य के 56 प्रतिशत, धमतरी ने 50 प्रतिशत, कोंडागांव ने 43 प्रतिशत, कांकेर और गरियाबंद ने 38-38 प्रतिशत, राजनांदगांव ने 29 प्रतिशत, बालोद और दुर्ग ने 28-28 प्रतिशत, महासमुंद ने 26 प्रतिशत तथा बलौदाबाजार, कोरिया और सूरजपुर ने 21-21 प्रतिशत किशोरों को कोरोना से बचाव के लिए पहला टीका लगा चुके हैं। सभी जिलों में बनाए गए टीकाकरण साइट्स में किशोर-किशोरी उत्साह से पहुंचकर टीका लगवा रहे हैं। वर्ष 2005, 2006 और 2007 में पैदा हुए किशोर इन केंद्रों में पहुंचकर टीका लगवा सकते हैं। 3 जनवरी और 4 जनवरी को मिलाकर प्रदेश भर में तीन लाख 35 हजार 653 किशोरों का टीकाकरण किया जा चुका है।
कोरोना सक्रंमण से बचाव के लिए शुरूआती दो दिनों में मुंगेली जिले में 27 हजार 210, धमतरी में 24 हजार 057, कोंडागांव में 15 हजार 587, कांकेर में 17 हजार 529, गरियाबंद में 14 हजार 001, राजनांदगांव में 28 हजार 540, बालोद में 13 हजार 685, दुर्ग में 29 हजार 284, महासमुंद में 17 हजार 090, बलौदाबाजार-भाटापारा में 20 हजार 236, कोरिया में 8249, सूरजपुर में दस हजार 207, दंतेवाड़ा में 3144 और कबीरधाम में दस हजार 249 किशोरों को टीका लगाया गया है।
कोरोनारोधी टीके की पहली खुराक कोरबा जिले में 12 हजार 874 किशोरों को, बिलासपुर में 17 हजार 100 को, जांजगीर-चांपा में 14 हजार 209, रायगढ़ में 11 हजार 519, रायपुर में 17 हजार 760, जशपुर में 6300, सरगुजा में 4756, बलरामपुर-रामानुजगंज में 3983, बस्तर में 3816, सुकमा में 841, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 1133, बीजापुर में 684, नारायणपुर में 319 तथा बेमेतरा में 1291 किशोर-किशोरियों को टीकाकरण की शुरूआत के पहले दो दिनों में दी गई है।