जिले के विकासखण्ड कुआकोण्डा में बीते दिनों सेक्टर टिकनपाल के ग्राम माहराहाउरनार के स्कूलपारा में बापी श्रीमती बुधरी, बापी समन्वयक अजय सिन्हा, एंव वालेन्टियर्स के साथ शिशुवती माताओं को गृहभेंट कर शासन द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाएं जैसे- प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, नोनी सुरक्षा योजना की जानकारी दी गई।
बापी श्रीमती बुधरी द्वारा विस्तृत जानकारी दी गई कि शिशुवती माताओं को अतिरिक्त पोषण आहार की जरूरत होती है। इसके लिए माताओं को तिरंगा भोजन करना चाहिए, जिससे की माताओं को स्तनपान कराने में कोई भी परेशानी न हो। साथ ही बढ़ते हुये बच्चे को दौड़ने, भागने, खेलने आदि गतिविधियों के लिए अधिक उर्जा की आवश्यकता होती है, जो माँ के दूध से पर्याप्त नही होता है, इसके लिए कई प्रकार के भोजन जैसे दाल, खिचड़ी, रेडी टू ईट से व्यंजन बनाकर व फल बच्चों को खिलाने को कहा गया।
शिशुवती माताएं बापीयों के इन सारी बातों को ध्यान से सुनकर खुशी जाहिर की और उन्होने बापी को धन्यवाद किया तथा कहा कि अगली बार उन्हें जब भी परिवार से संबंधित कोई भी समस्या होगी तो वे बापी के पास आकर उन समस्याओं का समाधान करेंगे। बापी समन्वयक अजय सिन्हा के द्वारा बापी न उवाट 2.0 कार्यक्रम के सात सूत्रांे के विषय के बारे में बताया। जिसमें अपने घर एवं अपने आस-पास के जगह को साफ-सुथरा रखने, एनिमिया मुक्त रखने, मलेरिया मुक्त रखने, शत प्रतिशत शिक्षित होने, शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव कराने व सास्ंकृतिक धरोहर का संरक्षण करने के बारे में बताया।
इसी तरह किरंदुल के सेक्टर चोलनार के आंगनबाड़ी केन्द्र पेरपा स्कूलपारा में बापी श्रीमती नन्दे एवं बापी समन्वयक श्री लोकेश बर्मन ने शिशुवती माताओं के यहां गृहभेंट कर बच्चे एवं स्वंय की साफ-सफाई तथा प्रत्येक घंटे में बच्चे को स्तनपान कराने एवं छः माह तक माँ का दूध पिलाने के बारे में बताया गया। उन्हें बाहर की चीजें जैसे-बाजार से लाकर कोई भी ऊपरी आहार नहीं देने को कहा। साथ ही बताया कि यदि बच्चा स्तनपान नहीं करता है तो तुरन्त अस्पताल ले जाकर डॉक्टर से चिकित्सकीय परामर्श लें। उन्होंने शिशुवती माताओं को शिशु को स्तनपान कराने एवं रेडी टू ईट फूड खिलाने के लिए प्रेरित किया एवं विभागीय योजनाओं की जानकारी भी दी।