पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपी पति ने महिला से 40 लाख रुपये मांगने के कई महीने बाद उसे तलाक दिया है.
नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के धानेपुर थाना क्षेत्र में अपने भाई की जान बचाने के लिए गुर्दा (किडनी) दान करने वाली महिला को विदेश में नौकरी कर रहे उसके पति द्वारा तीन तलाक दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है. खास बात ये है कि आरोपी पति ने अपनी पत्नी को व्हाट्सएप के जरिए तलाक दिया है. पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपी पति अपनी पत्नी द्वारा भाई को किडनी देने से खफा था. उसने ऐसा करने पर उससे 40 लाख रुपये देने की मांग की, जब पत्नी ये पैसे नहीं दे पाई तो आरोपी पति ने उसे तलाक दे दिया. इसके बाद पीड़ित महिला को उसके ससुराल से भी निकाल दिया गया. पुलिस फिलहाल इस पूरे मामले की जांच कर रही है.
पुलिस ने दर्ज किया मामला
पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी पति के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन की जा रही है. सदर क्षेत्र की पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) शिल्पा वर्मा ने शुक्रवार को बताया कि पीड़ित महिला तरन्नुम (42) की तहरीर पर जिले के धानेपुर थाने में उसके पति मोहम्मद रशीद के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।.
वर्मा ने बताया कि 25 साल पहले जिले के धानेपुर थाना क्षेत्र के बौरियाही गांव की निवासी तरन्नुम का निकाह पड़ोसी गांव जैतापुर के निवासी मोहम्मद रशीद के साथ हुआ था. शादी के पांच साल बाद तक तरन्नुम को कोई संतान न होने पर मोहम्मद रशीद ने दूसरी शादी कर ली और खुद कमाने के लिए सऊदी अरब चला गया.
सीओ ने बताया कि मुंबई में रहकर सिलाई का काम करने वाले तरन्नुम के बड़े भाई मोहम्मद शाकिर की किडनी खराब थी और उसका इलाज मुंबई के जसलोक अस्पताल में चल रहा था. डॉक्टरों ने उसका जीवन बचाने के लिए किडनी प्रतिरोपण किए जाने की सलाह दी. इस पर तरन्नुम ने अपने भाई की जान बचाने के लिए सऊदी अरब में अपने पति से बात करके अपना एक गुर्दा भाई को दान कर दिया.