Tooth Cavity: अक्सर ही बच्चों के दांतों में सड़न यानी कैविटी की दिक्कत हो जाती है. ऐसे में कुछ आसान से उपाय इस परेशानी को दूर करने में दिखाते हैं असर.
Dental Cavity: बच्चों के दांतों में सड़न लगने का एक बड़ा कारण बच्चों का हर समय कुछ ना कुछ मीठा खाते रहना होता है. बच्चे मीठी टॉफी, चॉक्लेट्स, कैंडी, बबलगम और ना जाने क्या-क्या खाते हैं जिससे उनके दांत छोटी उम्र में ही सड़ने लगते हैं. दांतों की सड़न को ही आम भाषा में कीड़ा लगना (Cavities) कहते हैं. असल में दांतों में कीड़ा नहीं लगता बल्कि सड़न या कैविटी होती है जो काली जमी हुई दिखने लगती है. अगर आपके बच्चे के दांत भी सड़ने लगे हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखकर इस दिक्कत को दूर करने की कोशिश की जा सकती है.
नमक का पानी
दांतों की सड़न दूर करने के लिए नमक के पानी (Salt Water) से कुल्ला या गरारा किया जा सकता है. इसके लिए एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच भरकर नमक मिला लें. अब बच्चे को कहें कि वो थोड़ा-थोड़ा पानी मुंह में डाले और कुल्ला करके थूक दे. इससे दांतों की सड़न कम होने में असर दिखता है. सुबह शाम नमक के पानी से कुल्ला करना फायदेमंद साबित होता है.
लहसुन का पेस्ट
एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर लहसुन (Garlic) दांतों की सड़न कम करने में असरदार हो सकता है. इसके लिए एक लहसुन लेकर कूट लें और उसे सड़न वाले दांत पर लगाएं. कुछ देर इस पेस्ट को इसी तरह लगाए रखने के बाद मुंह में पानी भरकर कुल्ला कर लें.
लौंग का तेल
दांतों में सड़न के कारण दर्द भी हो रहा है तो लहसुन का तेल रूई में डालकर सड़न वाले दांत पर रखा जा सकता है. इसके अलावा लौंग को पीसकर पाउडर बनाएं और फिर रूई में करके दांतों पर रखें. आराम महसूस होगा.
डॉक्टर से परामर्श
दांतों का दर्द जरूरत से ज्यादा बढ़ने लगे और सड़न कम होने का नाम ना ले तो डेंटिस्ट को दिखाना जरूरी है. डेंटिस्ट दांतों को सड़ने से रोकेंगे जिससे तकलीफ नहीं बढ़ेगी.