गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा में दिल्ली सेवा बिल पेश किया. विपक्ष ने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई. हंगामे के चलते मंगलवार को सदन नहीं चल सका और कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. कहा जा रहा है कि ओम बिरला विपक्षी सदस्यों के व्यवहार से नाराज हैं.
नई दिल्ली:
मणिपुर हिंसा और दिल्ली सेवा बिल को लेकर संसद के दोनों सदनों में विपक्ष का हंगामा जारी है. सत्र के 10वें दिन बुधवार (2 अगस्त) को भी दिल्ली सेवा बिल को लेकर लोकसभा में जोरदार हंगामा हुआ. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला सदन के भीतर हंगामे की वजह से काफी नाराज हैं. आज उन्होंने सदन आने से इनकार कर दिया. ओम बिरला ने कहा कि जब तक संसद में गतिरोध खत्म नहीं हो जाता और विपक्ष हंगामा करना नहीं बंद करते, तब तक वह स्पीकर की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे. ऐसे में ओम बिरला की जगह आंध्र प्रदेश के राजमपेट से सांसद पीवी मिधुन रेड्डी ने लोकसभा की कार्यवाही संभाली.
दरअसल, गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा में दिल्ली सेवा बिल पेश किया. विपक्ष ने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई. हंगामे के चलते मंगलवार को सदन नहीं चल सका और कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. कहा जा रहा है कि ओम बिरला विपक्षी सदस्यों के व्यवहार से नाराज हैं. उनका कहना है कि जब तक सदन सुचारू रूप से नहीं चलेगा, तब तक वह संसद में तो मौजूद रहेंगे, लेकिन सदन में नहीं आएंगे.
स्पीकर ने इसलिए जताई नाराजगी
मंगलवार को विपक्षी सांसदों ने सदन के वेल में आकर नारेबाजी की थी. इसपर स्पीकर ने आपत्ति जाहिर की थी.
ओम बिरला ने कहा कि सदस्यों का व्यवहार गरिमा के अनुरूप नहीं है. सदन में कुछ सदस्यों का व्यवहार अनुचित है.
लोकसभा कल 11 बजे तक के लिए स्थगित
लोकसभा में दिल्ली सेवा बिल पर आज चर्चा होनी थी, लेकिन इससे पहले ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. इसके बाद सदन 2 बजे तक, फिर 3 अगस्त के लिए स्थगित कर दिया गया. बीजेपी ने बुधवार को व्हिप जारी कर अपने सभी सांसदों को सदन में मौजूद रहने को कहा था, जिससे इस विधेयक को पास कराया जा सके.
राज्यसभा में विपक्ष का वॉकआउट
उधर, राज्यसभा म विपक्षी दलों ने मणिपुर हिंसा पर चर्चा की मांग करते हुए 60 नोटिस दिए, जिन्हें सभापति जगदीप धनखड़ ने अस्वीकार कर दिया. इससे नाराज विपक्ष ने राज्यसभा से वॉकआउट कर दिया. इसके बाद INDIA के सदस्य राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने पहुंचे.