गुजरात के रहने वाले स्वामी निजानंद बापू के मुताबिक, तालाब के सामने प्याऊ बनाने का कोई मलतब नहीं. इसलिए उन्होंने सोचा कि इस बार गुरुपूर्णिमा में कुछ अलग किया जाए.
नई दिल्ली:
दिल्ली और गुजरात के लोगों ने स्वामी निजानंद के नेतृत्व में श्रीनगर के ज्येष्ठा मंदिर और सारिका मंदिर में वेद पूजन किया और गुरुपूर्णिमा मनाई. इस मौके पर श्रीनगर में रह रहे कुछ कश्मीरी पंडित भी शामिल हुए.
गुजरात के रहने वाले स्वामी निजानंद बापू के मुताबिक, तालाब के सामने प्याऊ बनाने का कोई मलतब नहीं. इसलिए उन्होंने सोचा कि इस बार गुरुपूर्णिमा में कुछ अलग किया जाए. उन्होंने सुरक्षा की चिंता न करते हुए दिल्ली से रामगोपाल तंवर समेत कुछ लोगों को जोड़ा और कुछ लोग गुजरात से उनके साथ आए.
इसके बाद 11 लोगों का ये ग्रुप श्रीनगर पहुंचा सुरक्षा कारणों से कार्यक्रम में इससे ज्यादा लोगों को शामिल नहीं किया गया. फिर ये पूरा ग्रुप श्रीनगर में ज्येष्ठा देवी और सारिका देवी के मंदिर पहुंचा. वहां पहुंचकर गुरु पूर्णिमा का उत्सव मनाया गया और वैदिक विधि विधान से पूजन किया गया.
स्वामी निजानंद बापू के अलावा पूर्णिमा कार्यक्रम में कुछ कश्मीरी पंडित भी शामिल हुए. दल के लोगों ने कश्मीरी बच्चों से भी मुलाकात की.