– जिले के सभी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क रीपा में गोमूत्र खरीदी करने के दिए निर्देश
– शुक्रवार को जिले के चिन्हांकित गौठानों में नेपियर घास लगाने चलेगा अभियान
– जिले के सभी स्वावलंबी गौठानों में ट्रैविस लगाने के दिए निर्देश
– गौठानों में महिला समूह एवं आंगनबाड़ी केंद्रों द्वारा लगाया जाएगा पोषण वाटिका
– कलेक्टर ने कृषि, उद्यानिकी, पशु चिकित्सा, मत्स्य विभाग के अधिकारियों की ली बैठक
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज कलेक्टोरट शक्ति कक्ष में कृषि, उद्यानिकी, पशु चिकित्सा, मत्स्य एवं अन्य संबंधित विभागों की बैठक लेकर शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना की समीक्षा की। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि शासन द्वारा परंपरागत जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए गोबर खरीदी एवं गौमूत्र की खरीदी की जा रही है। गोबर से वर्मी कम्पोस्ट एवं गोमूत्र से जैविक कीटनाशक ब्रम्हास्त्र बनाया जा रहा है। उन्होंने सभी गौठानों में नियमित गोबर खरीदी के साथ गोबर की सुरक्षा के लिए आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश दिए। गौठानों में खरीदा गया गोबर बारिश के पानी से बहना नहीं चाहिए। गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट बनाने तथा उत्पादित वर्मी कम्पोस्ट के उठाव में तेजी लाने के निर्देश दिए। जिन किसानों ने वर्मी कम्पोस्ट खरीदने के लिए पर्ची कटा लिया है, उनसे संपर्क कर वर्मी कम्पोस्ट का उठाव किया जाए। उन्होंने गौठानों में निर्मित वर्मी खाद उठाव में तेजी लाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। जिन गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन कम हो रहा है, वहां नियमित मॉनिटरिंग कर कार्य में तेजी लाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने जिले के सभी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क रीपा में गोमूत्र खरीदी करने के निर्देश दिए। जिससे जैविक कीटनाशक ब्रम्हास्त्र अधिक से अधिक बनाया जा सके। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जिले में खेती-किसानी कार्य प्रारंभ हो गया है। किसानों के लिए सहकारी समितियों में पर्याप्ता मात्रा में खाद-बीज उपलब्ध होना चाहिए। इसके लिए निरंतर मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि शुक्रवार को जिले के चिन्हांकित गौठानों में नेपियर घास लगाने के लिए अभियान चलाया जाएगा। जिसके अंतर्गत चिन्हांकित गौठानों में नेपियर घास लगाया जाएगा। उन्होंने गौठानों में नेपियर घास की उपलब्धता एवं आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश पशुचिकित्सा विभाग को दिए। उन्होंने गौठानों में मल्टीएक्टीविटी के तहत बटेर पालन, मुर्गीपालन, बकरी पालन सहित अन्य गतिविधयां प्रारंभ करने के निर्देश दिए। जिले के सभी स्वावलंबी गौठानों में ट्रैविस लगाने के भी निर्देश दिए। गौठानों में पैरा उपचार, चॉपकटर सहित अन्य गतिविधियों के संबंध में जानकारी ली। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि महिला समूह एवं आंगनबांड़ी केंद्रों द्वारा गौठानों में पोषण वाटिका लगाया जाएगा। उन्होंने पोषण वाटिका के लिए नि:शुल्क बीज उपलब्ध कराने उद्यानिकी विभाग को निर्देश दिए। उन्होंने गौठानों में नर्मित तालाबों एवं डबरी में मछली पालन की गतिविधियां प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने मछली घर की प्रगति के संबंध में भी जानकारी ली और इसे शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। एडवेंचर पार्क जोरातराई में मछली एक्वेरियम रखने के निर्देश दिए। इस अवसर पर उप संचालक कृषि श्री नागेश्वर लाल पाण्डेय, सहायक संचालक मत्स्य पालन श्रीमती गीतांजलि गजभिये, सहायक संचालक कृषि श्री टीकम ठाकुर, पशुचिकित्सा विभाग, उद्यानिकी विभाग सहित संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।