Ashwin WTC Final, WTC Final में अश्विन को भारतीय प्लेइंग इलेवन (WTC Final India Playing XI) में शामिल नहीं किया गया था. अब अश्विन ने इसपर चुप्पी तोड़ी है.
WTC Final में अश्विन को भारतीय प्लेइंग इलेवन (WTC Final India Playing XI) में जगह नहीं मिली, जिसने कई दिग्गजों को हैरान कर दिया, कई लोगों का मानना है कि भारतीय टीम को फाइनल में मिली हार की असली वजह अश्विन (Ashwin) का न खेलने भी रहा है. यहां तक की सचिन तेंदुलकर ने भी ट्वीट कर अश्विन के न खेलने पर सवाल खड़े कर दिए थे. वहीं, अब अश्विन ने खुद के न खेलने पर चुप्पी तोड़ी है. इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में अश्विन ने फाइनल न खेलने पर अपनी बात कही है. अश्विन ने कहा कि, “इसका जवाब देना थोड़ा मुश्किल है. हमने अभी ही फाइनल खेला है. मैं फाइनल खेलना पसंद करता, यही नहीं मैंने पिछले फाइनल में अच्छी गेंदबाजी की थी और 4 विकेट चटकाए थे. ” इसके अलावा अश्विन ने खुद के विदेशी धरती पर परफॉर्मेंस को लेकर कहा कि, “2018-19 सत्र के बाद से उनका विदेशी प्रदर्शन ‘शानदार’ रहा है.”
अश्विन ने अपनी बात रखते हुए कहा, “2018-19 के बाद से, विदेशों में मेरी गेंदबाजी शानदार रही है और मैं टीम के लिए मैच जीतने में कामयाब रहा हूं.. मैं इसे एक कप्तान या कोच के रूप में देख रहा हूं और मैं सिर्फ उनके बचाव में बात कर सकता हूं इसलिए पिछली बार जब हम इंग्लैंड में थे, तो टेस्ट 2-2 से ड्रॉ था, उन्हें लगा होगा कि इंग्लैंड में 4 पेसर और 1 स्पिनर का संयोजन बेहतर होगा. फाइनल में भी उन्होंने यही सोचा होगा.. समस्या एक स्पिनर के खेलने की नहीं है, यह चौथी पारी की है. चौथी पारी टेस्ट मैच का एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहलू होता है और हमारे लिए इतना रन बनाने में सक्षम होना ताकि स्पिनर खेल में आ सके, यह पूरी तरह से मानसिकता पर निर्भर होता है.”
अश्विन ने इंटरव्यू में ये भी बताया कि उन्हें बल्लेबाज न होने का कितना अफसोस होगा. अपनी बात रखते हुए अश्विन ने कहा, “कल जब मैं क्रिकेट को अलविदा कहूंगा तो मुझे अफसोस होगा कि अच्छा बल्लेबाज होने के बाद भी मुझे गेंदबाज के तौर पर आगे नहीं बढ़ना चाहिए था. मुझे लगता है कि गेंदबाज और बल्लेबाजों से अलग-अलग बर्ताव किया जाता है. इस धारणा से मैंने लगातार लड़ने की कोशिश की है, लेकिन गेंदबाजों और बल्लेबाजों के लिए अलग-अलग पैमाने हैं.. और विभिन्न तरीके ..”
दरअसल, अश्विन से सवाल किया गया कि प्लेइंग इलेवन में बदलाव और परिस्थिति को देखते हुए बल्लेबाजों के लिए ऐसा कोई नियम नहीं है कि यह केवल स्पिनरों या गेंदबाजों के लिए है, इस सवाल पर ही अश्विन ने रिएक्ट करते हुए खुद के गेंदबाज होने पर अफसोस जताया है.