पी. चिदम्बरम ने ट्वीट में कहा कि BJP का दावा ध्वस्त हो गया है, क्योंकि जनसाधारण तो 2,000 रुपये का नोट इस्तेमाल ही नहीं कर पाता था, और काला धन जमा करने वाले लोगों को नोट बदलवाने के लिए सरकार खुद आमंत्रित कर रही है.
नई दिल्ली:
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने वर्ष 2016 में की गई नोटबंदी के बाद लॉन्च किए 2,000 रुपये के नए नोट को हाल ही में प्रचलन से बाहर करने की घोषणा की, और जनता को सलाह दी है कि 30 सितंबर से पहले इन नोटों को छोटे नोटों में बदलवा लें. बैंकों ने भी स्पष्ट कर दिया है कि 2,000 रुपये के नोटों को छोटी रकम (500 रुपये तक के नोटों में) में बदलवाने के लिए किसी भी तरह का कोई पहचान पत्र नहीं मांगा जाएगा, और न ही नोट बदलवाने पहुंचे शख्स को कोई फॉर्म भरना होगा. अब इसी को लेकर पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री पी. चिदम्बरम ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर तंज़ कसा है.
दरअसल, BJP का कहना था कि 2,000 रुपये का नोट अब इसलिए बंद किया गया है, ताकि काले धन को सामने लाया जा सके. इस पर पी. चिदम्बरम ने लम्बा-सा ट्वीट लिखकर कहा है कि BJP का दावा ध्वस्त हो गया है, क्योंकि जनसाधारण तो 2,000 रुपये का नोट इस्तेमाल ही नहीं कर पाता था, और काला धन जमा करने वाले लोगों को नोट बदलवाने के लिए सरकार खुद आमंत्रित कर रही है.
पूर्व वित्तमंत्री ने लिखा, “बैंकों ने साफ़ कर दिया है कि 2,000 रुपये के नोट बदलने के लिए किसी पहचानपत्र, फॉर्म और किसी प्रमाण की ज़रूरत नहीं होगी… BJP का यह दावा ध्वस्त हो गया है कि 2,000 रुपये के नोटों को काले धन का पता लगाने के लिए वापस लिया गया है… आम लोगों के पास 2,000 रुपये का नोट होता ही नहीं है… वर्ष 2016 में लॉन्च किए जाने के तुरंत बाद आम आदमी ने 2,000 रुपये के नोट को छोड़ दिया था, क्योंकि वे रोज़मर्रा खुदरा लेन-देन के लिए कतई बेकार थे… तो 2,000 रुपये के नोट किसने रखे और उनका इस्तेमाल किया…? जवाब आप जानते हैं…”
चिदम्बरम ने माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर लिखा, “2,000 रुपये के नोट से केवल काला धन जमा करने वालों को अपना पैसा आसानी से जमा करने में मदद की… 2,000 रुपये के नोट रखने वालों का अब नोट बदलने के लिए स्वागत किया जा रहा है… काले धन को जड़ से खत्म करने के सरकार द्वारा घोषित उद्देश्य के लिए काफी कुछ कहा जा चुका है… 2,000 रुपये का नोट 2016 में उठाया गया मूर्खतापूर्ण कदम था… मुझे खुशी है कि कम से कम 7 साल बाद ही इस मूर्खतापूर्ण कदम को वापस लिया जा रहा है…”
गौरतलब है कि रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया, यानी RBI ने शुक्रवार (19 मई, 2023) को घोषणा की थी कि 2,000 रुपये के नोट को प्रचलन से बाहर किया जा रहा है, लेकिन यह वैध मुद्रा बने रहेंगे. केंद्रीय बैंक की सलाह थी कि जनता इन नोटों को 30 सितंबर तक छोटी रकम के नोटों में बदलवा ले, या बैंक खातों में जमा करवा दे. बैंक खातों में कितनी भी रकम को जमा करवाया जा सकेगा, लेकिन नोट बदलवाने जाने पर एक बार में 10 नोट (यानी 20,000 रुपये) बदलवाने की सीमा तय की गई है. नोट बदलवाने के लिए नोटधारक को कोई फॉर्म नहीं भरना होगा, या किसी तरह का पहचानपत्र नहीं दिखाना होगा.