भारत में अमेरिका के नए राजदूत एरिक गार्सेटी ने किया मुंबई और गुजरात का दौरा, 48 घंटों में मुकेश अंबानी सहित पांच हस्तियों से मिले
मुंबई:
भारत में अमेरिका के नए राजदूत के रूप में आए एरिक गार्सेटी को महाराष्ट्र से बहुत प्रेम है. यह उनके मुंबई दौरे के दौरान देखने को मिला. एरिक गार्सेटी के मुंबई दर्शन के बीच मराठी भोजन के स्वाद से लेकर बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान से हुई उनकी मुलाकात खासी चर्चा में रही.
एरिक गार्सेटी ने एक जगह मराठी में कहा- नमस्कार, कसा काय मुंबई. वे अपने दौरे में दिल खोलकर महाराष्ट्र प्रेम जाहिर करते दिखे. वे महाराष्ट्रियन खाने का स्वाद लेने के बाद इसके मुरीद हो गए. इसके बाद वे मुंबई दर्शन पर निकल पड़े. वे मुंबा देवी मंदिर, जामा मस्जिद होते हुए मन्नत पहुंच गए और बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान से मिले. उन्होंने अपनी इस मुलाकात को ट्वीट में बॉलीवुड डेब्यू की तरह बताया.
इससे पहले गार्सेटी का साबरमती आश्रम का दौरा भी खास रहा. उन्होंने वहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की और ‘चरखा’ चलाया. आईपीएल मैच का लुत्फ़ भी उठाया.
मुंबई और गुजरात के दौरे के दौरान 48 घंटों में गार्सेटी ने कई मुलाकातें कीं. उन्होंने शाहरुख खान के अलावा गुजरात और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों, मुकेश अंबानी व जय शाह से मुलाकात की.
अमेरिकी राजदूत ने भारत और अमेरिका के द्विपक्षीय रिश्ते को लेकर कहा, पीएम मोदी अमेरिका के दौरे पर जाने वाले हैं जो कि बेहद महत्वपूर्ण है. उन्होंने पाकिस्तान में स्थिरता आने की उम्मीद जताई.
एरिक गार्सेटी ने कहा, ”मैं रोमांचित हूं कि प्रधानमंत्री मोदी जून में राष्ट्रपति बाइडेन से मुलाकात करने के लिए अमेरिका जाएंगे. यह 14 वर्षों में अमेरिका में भारत की पहली आधिकारिक यात्रा होगी और बाइडेन एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा आयोजित तीसरी आधिकारिक यात्रा होगी. आज हम इतिहास के एक महत्वपूर्ण क्षण में खड़े हैं. बेशक, यह पूरे प्लानेट के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन विशेष रूप से हमारे दोनों देशों के लिए, जिन्होंने कभी भी एक साथ मिलकर काम नहीं किया है, जैसा कि हम आज कर रहे हैं.” उन्होंने कहा कि, ”अमेरिका, भारत और दुनिया की एक ही चिंता है, हम पाकिस्तान में स्थिरता चाहते हैं. हम आशा और प्रार्थना करते हैं कि सीमा पर कानून का शासन और शांति बनी रहे.”
अमेरिका कर्ज के गहरे संकट में फंसा है. ऑस्ट्रेलिया में क्वॉड की बैठक होने वाली थी लेकिन प्रेसिडेंट बाइडेन का दौरा रद्द होने से वह रद्द हो गई. इस बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी को भी शामिल होना था. इस घटनाक्रम के बीच भारत में अमेरिका के राजदूत द्वारा अपने दौरे में लगातार भारत-अमेरिकी संबंधों पर जोर दिया जाना अहम है.