कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जोरदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस का बुधवार को चौथा दिन है. सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार को लेकर मंथन चल रहा है. 72 घंटे के अंदर सीएम का ऐलान किया जा सकता है.
नई दिल्ली: कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस ने प्रचंड जीत हासिल की और बीजेपी को सत्ता से बेदखल कर दिया. अब मुख्यमंत्री पद को लेकर सिद्धारमैया और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है. कांग्रेस आलाकमान सीएम को लेकर चार दिन से मंथन कर रही है. लेकिन अब तक कुछ भी फाइनल नहीं हो पाया है. इस बीच कर्नाटक कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री चुनने की प्रक्रिया जारी है. फैसला होते ही हम ऐलान कर देंगे.
- सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस कर्नाटक के सीएम की भूमिका के लिए 75 वर्षीय सिद्धारमैया का नाम फाइनल करने के करीब है, क्योंकि उनके पास अधिकांश विधायकों का समर्थन है. अब डीके शिवकुमार को विश्वास में लेना है.
- सूत्रों के मुताबिक, डीके शिवकुमार कर्नाटक में दो उपमुख्यमंत्री पद के फॉर्मूले पर तैयार नहीं हैं. कर्नाटक में 1, 2 या 3 डिप्टी सीएम होंगे, अब इस पर कांग्रेस आलाकमान विचार कर रही है. सरकार बनाने के पहले फॉर्मूले में एक वोक्कालिगा, एक लिंगायत और एक दलित समुदाय से डिप्टी सीएम बनाने की बात की गई थी. लेकिन अब आलाकमान दो उपमुख्यमंत्री बनाने पर विचार कर रहा है.
- सूत्रों के मुताबिक, अगर सिद्धारमैया सीएम बनाए जाते हैं, तो शिवकुमार डिप्टी सीएम होंगे. लेकिन शिवकुमार अपने अलावा दो और डिप्टी नहीं चाहते हैं. पेंच यहीं फंसा है. अगर डीके शिवकुमार अकेले डिप्टी सीएम बनते हैं, तो उन्हें और उनके समर्थक विधायकों को कौन से विभाग दिए जाएंगे. ये भी फैसला किया जाना है.
- इस बीच राहुल गांधी से मुलाकात के बाद सिद्धारमैया के समर्थकों के जश्न मनाने की खबर है. सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में सिद्धारमैया के समर्थक पटाखे फोड़ते और मिठाइयां बांटते नजर आए. हालांकि, कांग्रेस की ओर से इसपर अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
- कर्नाटक में सीएम को लेकर सस्पेंस के बीच कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री चुनने की प्रक्रिया जारी है. फैसला होते ही हम ऐलान कर देंगे. कैबिनेट का गठन48-72 घंटों में हो जाएगा, लेकिन बेंगलुरु के कांटीरवा स्टेडियम में शपथ की तैयारियां शुरू हो गई हैं.
- सोनिया गांधी और राहुल गांधी से एक घंटे तक बातचीत के बावजूद डीके शिवकुमार अपनी बात पर अड़े रहे. सीएम को लेकर उनका कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं.
- इसके पहले शिवकुमार ने जोर देकर कहा कि सीएम नहीं बनाए जाने पर भी वो किसी तरह की बगावत नहीं करेंगे. उन्होंने कहा, “पार्टी चाहे तो मुझे जिम्मेदारी दे सकती है. मैं यहां किसी को बांटना नहीं चाहता. वे मुझे पसंद करें या नहीं, मैं एक जिम्मेदार व्यक्ति हूं. मैं पीठ में छुरा नहीं घोंपूंगा और मैं ब्लैकमेल नहीं करूंगा.”
- बुधवार को सिद्धारमैया और राहुल गांधी के बीच बातचीत हुई. सिद्धारमैया सुबह 11.15 बजे राहुल गांधी से मिलने के लिए 10 जनपथ पहुंचे. दोनों के बीच करीब एक घंटे बातचीत हुई. इस दौरान उनके साथ विधायक भी मौजूद रहे.
- सिद्धारमैया के बाद डीके शिवकुमार ने दोपहर करीब 12:15 बजे राहुल गांधी से मुलाकात की. दोनों के बीच एक घंटे तक बात हुई. वहीं, दिल्ली कांग्रेस ऑफिस के बाहर डीके शिवकुमार के समर्थक पोस्टर लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने डीके शिवकुमार को सीएम बनाने की मांग की है.
- इस बीच, राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण लिंगायत समुदाय ने मुख्यमंत्री पद के लिए दावा पेश किया है. लिंगायत संगठन अखिल भारतीय वीरशैव महासभा ने इस बारे में कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे को एक चिट्ठी लिखी है. इसमें कहा गया है किए कांग्रेस के 46 लिंगायत नेताओं में से 34 ने जीत हासिल की है. इसलिए सीएम उनके समुदाय से बनाया जाना चाहिए.