कांग्रेस के मीडिया सेल के प्रमुख केके मिश्रा ने ट्वीट किया था, “यह राजनीति थी. इसलिए सिंधिया ने वीडी शर्मा को शिवपुरी में एक सरकारी समारोह में भाषण देने से रोक दिया.”
भोपाल:
भाजपा की मध्य प्रदेश इकाई को एक वायरल वीडियो पर स्पष्टीकरण देना पड़ा है. वीडियो में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा को एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करने और मंच संभालने से रोकते दिख रहे हैं. माधव राष्ट्रीय उद्यान में बाघों के स्थानांतरण को चिह्नित करने के लिए शिवपुरी जिले में आयोजित एक कार्यक्रम के वीडियो ने एक राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया था.
वीडियो में उद्घोषक को वीडी शर्मा का नाम पुकारते हुए दिखाया गया है. राज्य भाजपा प्रमुख बोलने के लिए आते हैं, तभी सिंधिया मंच पर पहुंचते हैं. वह वीडी शर्मा से संक्षिप्त रूप से बात करते हुए दिखाई देते हैं और फिर वीडी शर्मा मुस्कुराते हुए अपनी सीट पर लौट आते हैं.
उस समय मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मंच पर थे. इस वीडियो पर कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह उनके “अन्य नेताओं को दरकिनार करने की परंपरा” थी. बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने इस मुद्दे पर सफाई देते हुए कहा कि प्रदेश पार्टी प्रमुख के किसी भी कार्यक्रम के अंत में संबोधित करने की परंपरा रही है. उन्होंने कहा, “भारतीय जनता पार्टी में अध्यक्ष का सम्मान सर्वोच्च होता है. कांग्रेस इसे नहीं समझ सकती. पार्टी के अध्यक्ष सबसे सम्मानित होते हैं और इसलिए उनका भाषण अंत में आता है.”
लोकेंद्र पाराशर ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राज्य भाजपा अध्यक्ष के सम्मान में हस्तक्षेप किया था. इससे पहले कांग्रेस के मीडिया सेल के प्रमुख केके मिश्रा ने ट्वीट किया था, “यह राजनीति थी. इसलिए सिंधिया ने वीडी शर्मा को शिवपुरी में एक सरकारी समारोह में भाषण देने से रोक दिया. सिंधिया परिवार की परंपरा है कि वे अन्य नेताओं को दरकिनार कर आगे बढ़ जाते हैं.”