प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष एंथनी अल्बनीज के साथ व्यापार और निवेश, रक्षा और महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्रों में समग्र द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करने के साथ व्यापक वार्ता की.
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की. वार्ता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं भारत में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज का स्वागत करता हूं. पिछले साल दोनों देशों ने प्रधानमंत्रियों के स्तर पर वार्षिक समिट करने का निर्णय लिया था. प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज की इस यात्रा से इस श्रृंखला शुभारंभ हो रहा है. भारत में उनका आगमन होली के दिन हुआ उसके बाद हमने मिलकर खेल के मैदान में कुछ समय बिताया. रंग, संस्कृति और क्रिकेट का कार्यक्रम भारत और ऑस्ट्रेलिया की मित्रता के जोश का उत्तम प्रतीक है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि आज हमने आपसी सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की. रक्षा के क्षेत्र में हमने पिछले कुछ सालों में उल्लेखनीय समझौते किए हैं जिसमें एक दूसरे की सेनाओं के लिए लॉजिस्टिक्स सपोर्ट भी शामिल है. हमारी सुरक्षा एजेसियों के बीच भी नियमित और उपयोगी सुचना का आदान प्रदान और हमने इसे और सुदृढ़ करने पर चर्चा की है. आज हमने विश्वस्त और मजबूत वैश्विक सप्लाई चेन को विकसित करने के लिए भी आपसी सहयोग पर विचार विमर्श किया. हम क्लीन हाइड्रोजन और सोलर में भी साथ मिलकर काम कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष एंथनी अल्बनीज के साथ वार्ता के बाद कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों क्वाड के सदस्य हैं. मैं मई में क्वाड लीडर्स समिट के लिए मुझे ऑस्ट्रेलिया आमंत्रित करने के लिए पीएम अल्बनीज को धन्यवाद देता हूं. मैंने उन्हें सितंबर में जी20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत आमंत्रित किया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों से ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हमले की खबरें नियमित रूप से आ रही हैं. ऐसे खबर भारत में सभी लोगों को चिंतित करते हैं. मैंने ये पीएम अल्बनीज के सामने रखा और उन्होंने मुझे किया है कि भारतीय समुदाय की सुरक्षा उनके लिए प्राथमिकता है.
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने इस दौरान कहा कि आज पीएम मोदी और मैं हमारे महत्वाकांक्षी व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते को जल्द से जल्द पूरा करने पर सहमत हुए हैं. मुझे उम्मीद है कि हम इस साल इसे अंतिम रूप देने में सक्षम होंगे. हमने मालाबार अभ्यास पर भी चर्चा की जिसकी मेजबानी ऑस्ट्रेलिया इस वर्ष कर रहा है.