Shehzada Film Review: कार्तिक आर्यन और कृति सेनन की फिल्म ‘शहजादा’ रिलीज हो गई है. जानें कैसी है रोहित धवन निर्देशित फिल्म शहजादा.
नई दिल्ली :
कार्तिक आर्यन की फिल्म ‘शहजादा’ रिलीज हो गई है. फिल्म को रोहित धवन ने डायरेक्ट किया है और कार्तिक आर्यन की ‘शहजादा’ अलू अर्जुन की ‘अला वैकुंठपुरमलो’ का हिंदी रीमेक है. फिल्म में कार्तिक आर्यन के अलावा कृति सेनन, परेश रावल, रोनित रॉय और मनीषा कोइराला लीड रोल में हैं. कार्तिक “भूल भुलैया 2′ के बाद एक बार फिर मसाला फिल्म लेकर आए हैं. उन्होंने अपने किरदार में पूरी जान भी डाली है, लेकिन फिल्म फर्स्ट हाफ में खींची हुई लगती है और फिर जिस तरह की यह फिल्म है, उस तरह की कई कहानियां पहले भी देखी जा चुकी हैं.
‘शहजादा’ की कहानी की बात करें तो कार्तिक आर्यन एक अमीर शख्स का बेटा है. लेकिन उसके जन्म के समय कुछ ऐसा होता है कि वह कहीं और पहुंच जाता है, और उसकी जगह कोई और आ जाता है. इस तरह जब उसे इस बात को पता चलता है तो वो अपने हक की लड़ाई लड़ता है. फिर शुरू होता है हंगामा. इस तरह फिल्म एक्शन, कॉमेडी और ड्रामा का छौंक लगाया जाता है. पहला हाफ खींचा हुआ सा लगता है. फिल्म के डायलॉग और एक्शन अपना रंग जमाने में कामयाब नहीं हो पाते हैं. डायरेक्शन में कसावट की कमी भी खलती है. फिर कहानी भी काफी पुराने दौर की है. ऐसे में बहुत कुछ नया देखने को नहीं मिलता है.
कार्तिक आर्यन ने पूरी फिल्म को अपने कंधों पर उठाए रखा है. लेकिन उन्हें कहानी और अन्य मोर्चों से उस तरह का सपोर्ट नहीं मिलता है. कार्तिक आर्यन ने एक्शन से लेकर वनलाइनर हर चीज पर काफी मेहनत की है. कृति सेनन के लिए फिल्म में ज्यादा करने को कुछ नहीं है. बाकी सभी एक्टर्स ने भी अच्छा काम किया है. शहजादा को मसाला एंटरटेनर बनाने की कोशिश की गई है, हिट फिल्म का रीमेक भी है. लेकिन फिल्म दिल में उतरने में कामयाब नहीं रहती है. सिर्फ एक एवरेज मसाला फिल्म बनकर रह जाती है.