सीपत NTPC में बड़ा हादसा, स्टोरेज टैंक फटने से टेक्नीशियन की मौत, प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप

इस हादसे की खबर नरेंद्र मिश्रा के परिजन को दी गई। वहीं हादसे की खबर NTPC कर्मियों और आसपास के लोगों को मिली। तब लोगों की भीड़ NTPC अस्पताल पहुंच गई। यहां भाजपा युवा मोर्चा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भ

बिलासपुर सीपत स्थित NTPC में बड़ा हादसा हो गया। यहां मल्चिंग मशीन की टेस्टिंग करते समय स्टोरेज टैंक फट गया, जिससे एक कर्मचारी की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त कर्मचारी अकेला काम कर रहा था।घटना की खबर देर शाम को ntpc से बाहर आई, यहां कर्मचारियों की संख्या ज्यादा होती तो गंभीर हादसा हो जाता। इस हादसे के बाद गुस्साए कर्मचारियों के साथ ही स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा मचाया और NTPC प्रबंधन पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए।

जानकारी के अनुसार घटना बुधवार दोपहर की है। गतौरा निवासी नरेंद्र मिश्रा NTPC जूनियर टेक्नीशियन थे। वे रोज की तरह सुबह अपनी ड्यूटी पर पहुंचे थे। काम करते समय अचानक स्टोरेज टैंक में जोरदार ब्लास्ट हो गया। इस विस्फोट के बाद नरेंद्र मिश्रा के सिर में गंभीर चोट लगी और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।

बताया जा रहा है कि जिस जगह पर नरेंद्र मिश्रा काम कर रहे थे, वे अकेले थे। अचानक विस्फोट की आवाज सुनकर कर्मचारी दहशत में आ गए और इधर-उधर भागने लगे। कुछ देर बाद कर्मचारी वहां पहुंचे, तब पता चला कि इस हादसे में नरेंद्र मिश्रा गंभीर रूप से घायल पड़े थे। इस घटना की जानकारी मिलते ही प्रबंधन ने एंबुलेंस से उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया। लेकिन, उनकी मौत हो चुकी थी।

इस हादसे की खबर नरेंद्र मिश्रा के परिजन को दी गई। वहीं हादसे की खबर NTPC कर्मियों और आसपास के लोगों को मिली। तब लोगों की भीड़ NTPC अस्पताल पहुंच गई। यहां भाजपा युवा मोर्चा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी पहुंच गए। उन्होंने प्रबंधन पर मामले को दबाने और सुरक्षा उपाय में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा मचाया और धरने पर बैठ गए। NTPC के अफसर उन्हें समझाइश देकर शांत कराने की कोशिश करते रहे।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जिस समय हादसा हुआ, उस समय नरेंद्र मिश्रा अकेले थे। वहां दर्जन भर कर्मचारियों की ड्यूटी लगती है। लेकिन, लंच के समय इधर-उधर गए थे। लौटने पर उन्हें हादसे की जानकारी हुई। बताया जा रहा है कि हादसे के समय वहां ज्यादा कर्मचारी रहते तो उनकी भी जान जा सकती थी या फिर हादसे का शिकार हो सकते थे।

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