तेलंगाना में नक्सलियों का इलाज कराने गए छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेता के पकड़े जाने के बाद राजनीति में बवाल मचा हुआ है। भाजपा प्रदेशध्यक्ष अरुण साव और पूर्व CM डॉ. रमन ने सीएम भूपेश बघेल पर हमला बोला।
तेलंगाना में नक्सलियों को इलाज कराने ले गए छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेता के पकड़े जाने के बाद प्रदेश की राजनीति में बवाल मचा हुआ है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखकर जांच की मांग की है। इधर पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने कांग्रेस नेताओं का नक्सलियों से सांठगांठ होने का आरोप लगाया है। वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी पलटवार किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि 15 साल के शासन में भाजपाइयों का नक्सलियों से सांठगांठ रहा है। इनका पूरा कार्यकाल उठाकर देख लो। रसीद देते हुए, चंदा देते हुए, मंत्रियों के यहां आते हुए पकड़े गए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने #UrbanNaxalCongress हैशटेग करते हुए ट्विटर पर लिखा है- सीएम भूपेश बघेल जी जिन नक्सलियों से संघर्ष करते हुए हमारे जवानों ने अपना रक्त बहाया है, उनके साथ कांग्रेसी नेता का होना पूरी कांग्रेस पार्टी पर प्रश्नचिन्ह है। इस घटना से अब कांग्रेस और नक्सलियों के बीच सांठ-गांठ प्रदेश के सामने स्पष्ट हो चुकी है? वहीं छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखकर जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के ऐसे कितने कांग्रेस नेता हैं, जिनके संबंध नक्सलियों से हैं। इस बात की जांच होनी चाहिए। उन्होंने लिखा कि अन्य राज्यों की अपेक्षा छत्तीसगढ़ में स्थिति संवेदनशील है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा ने डॉ. रमन और अरुण साव पर हमला बोलते हुए कहा कि नक्सलियों के साथ सांठगांठ तो इनके रहे हैं। इनका पूरा कार्यकाल उठाकर देख लो। रसीद देते हुए, चंदा देते हुए, मंत्रियों के यहां आते हुए पकड़े गए हैं। सबसे बड़ा उदाहरण झीरम घाटी है। वह आपराधिक राजनीतिक षडयंत्र रहा है। उसमें ये कुछ कर नहीं रहे हैं। बघेल ने कहा कि भीमा मंडावी की हत्या का मामला। वह तो इनके ही विधायक थे। राज्य पुलिस मामले की जांच कर रही थी, उसे एनआईए ने ले लिया। कितने साल हो गए उसमें आज तक कुछ हुआ। उसके बारे में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव पत्र क्यों नहीं लिखते।बीजापुर जिला कांग्रेस का सक्रिय नेता है केजी सत्यम
तेलंगाना पुलिस ने जिस केजी सत्यम को पकड़ा है। वह बीजापुर कांग्रेस का पुराना कार्यकर्ता है। महामंत्री बनने से पहले वह बीजापुर में पार्टी का उपाध्यक्ष था। इसके साथ ही कई अलग-अलग जिम्मेदारियां संभालता था। वह मूलतः भोपालपट्टनम के नरवापल्ली का रहने वाला है। सत्यम राजनीति के साथ-साथ सिंचाई, पंचायत और अन्य सरकारी विभागों में ठेकेदारी का काम भी करता है। केजी सत्यम 2 महिला माओवादियों का इलाज करवाने तेलंगाना जा रहा था तभी पुलिस ने हनमाकोंडा के पास तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके साथ 2 और माओवादी भी पकड़े गए हैं। तेलंगाना पुलिस पूछताछ कर रही है।