राज ठाकरे ने पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि लोग उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट की लड़ाई देखकर थक चुके हैं। कुछ ने तो दोनों का दशहरा मेला तक नहीं देखा।
महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि लोग उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट की लड़ाई देखकर थक चुके हैं। कुछ ने तो दोनों का दशहरा मेला तक नहीं देखा। इस वक्त शिवसेना राज्य में दो धड़ों में बंट गई है। इसलिए आगामी चुनाव पर हमे पूरे दम से मैदान में उतरना है। उन्होंने पार्टी नेताओं से रणनीति के तहत आगे बढ़ने की बात भी कही।
राज ठाकरे मंगलवार को रंगसरदा में मनसे पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। राज ठाकरे ने हालांकि उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे समूह के बीच विवाद पर बहुत सीधे तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की। लेकिन यह जरूर कहा कि प्रदेश की जनता मौजूदा राजनीति से तंग आ चुकी है। बहुत से लोगों ने दोनों दशहरा मेले तक नहीं देखे। इसके उलट लोगों में मनसे को लेकर सकारात्मक माहौल है। इसका लाभ उठाएं।
दीपावली पर घर-घर जाएं
राज ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि दीपावली पर घर-घर जाएं। सकारात्मक और ईमानदारी से काम करें, इसके बाद आपको सत्ता में लाना मेरी जिम्मेदारी है। साथ ही राज ठाकरे ने व्यंग्यात्मक टिप्पणी करते हुए कहा कि जब सत्ता आएगी तो मैं तुम्हें नियुक्त करूंगा, मैं कोई पद नहीं लूंगा।
बता दें कि मनसे नगर निगम चुनाव के लिए जमीनी स्तर पर जोर-शोर से काम करना शुरू कर चुकी है। राज ठाकरे ने उम्मीद जताई कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना नगरपालिका चुनावों में जीतेगी।
नाम और चिह्न में उलझे हैं उद्धव-शिंदे
उधर, दूसरी ओर ठाकरे गुट और शिंदे गुट अपनी पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न को लेकर आमने-सामने हैं। चुनाव आयोग ने उद्धव गुट को नाम के लिए शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे दिया है। जबकि, चिह्न के रूप में मशाल पर हामी भरी है। जबकि, शिंदे गुट की बात करें तो उन्हें बालासाहेबची शिवसेना का नाम दिया गया है। हालांकि चिह्न पर अभी मुहर लगनी बाकी है।