मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के शासन में प्रदेश के लगभग सभी गोठानों की यही दशा है। न कोई रख-रखाव और न ही कोई व्यवस्था है। गोठानों का झूठा प्रचार करने वाली यह कांग्रेसी सरकार जनता को और गुमराह नहीं कर सकती।
छत्तीसगढ़ के कसडोल क्षेत्र में मवेशियों की मौत और सड़कों पर मवेशियों के होने को लेकर पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने भूपेश बघेल सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने अपने ट्विटर एकाउंट पर लिखा- ‘मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के शासन में प्रदेश के लगभग सभी गोठानों की यही दशा है। न कोई रख-रखाव और न ही कोई व्यवस्था है। गोठानों का झूठा प्रचार करने वाली यह कांग्रेसी सरकार जनता को और गुमराह नहीं कर सकती।’
डॉ. रमन ने ट्विटर पर लिखा- ‘गड्ढों में सड़कें हैं, सड़कों पर मवेशी हैं। गोठान वीरान हैं और प्रदेश में भूपेश बघेल की सरकार का है। जब गोठान में चारा-पानी ही नहीं होगा तो मवेशी कांग्रेस पार्टी का प्रचार देखने के लिए गोठान जायेंगे क्या?’ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की गोधन न्याय योजना की देशभर में चर्चा हो रही है, लेकिन मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी अब मवेशियों की मौत को लेकर अब प्रदेश सरकार पर हमलावर है।
कसडोल के कांजी हाउस में 20 मवेशियों की मौत
दरअसल, कसडोल विकासखंड के ग्राम सेल के कांजी हाउस में 20 से अधिक गायों की भूख प्यास से मौत हो गई। इस घटना पर भाजपा और शिवसेना ने जिला प्रशासन पर गौठान की व्यवस्था पर सवाल उठाया है। वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश वर्मा ने दोषियों पर कठोर कार्रवाई की बात कही है। इस मामले में कलेक्टर ने जिला पंचायत सीईओ को पंचायत सचिव को निलंबित करने और सीईओ जनपद कसडोल को शोकाज नोटिस जारी किया है।