बनर्जी ने 14 सितंबर को एसएसकेएम अस्पताल में एक घायल पुलिस अधिकारी को देखने गए थे और उन्होंने कहा था कि अगर वह घटनास्थल पर होते तो हिंसा और आगजनी में लिप्त लोगों के सिर में गोली मार देते।
भारतीय जनता पार्टी के पश्चिम बंगाल अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने गुरुवार को कोलकाता की एक अदालत में याचिका दायर की जिसमें अनुरोध किया गया है कि पुलिस को निर्देश दिया जाए कि वह तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी के विरुद्ध मजूमदार की शिकायत दर्ज करे। बनर्जी ने हिंसा में लिप्त लोगों पर गोली चलाने का कथित बयान दिया था जिसके विरुद्ध मजूमदार शिकायत दर्ज कराना चाहते हैं।
मजूमदार के वकील पार्थ घोष ने बताया कि मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में मजूमदार ने याचिका दायर की है जिसमें आरोप लगाया गया है कि बनर्जी पुलिस को लोगों को गोली मारने के लिए उकसा रहे थे। भाजपा नेता का आरोप है कि पुलिस ने बनर्जी के विरुद्ध शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया था।
बनर्जी ने 14 सितंबर को एसएसकेएम अस्पताल में एक घायल पुलिस अधिकारी को देखने गए थे और उन्होंने कहा था कि अगर वह घटनास्थल पर होते तो हिंसा और आगजनी में लिप्त लोगों के सिर में गोली मार देते। उक्त पुलिस अधिकारी को 13 सितंबर को भाजपा की एक रैली के दौरान पीटा गया था। उस दिन एक पुलिस वाहन को आग लगाने और अधिकारी पर हमले के संबंध में पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है।
बनर्जी ने क्या कहा था?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, टीएमसी सांसद और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक ने कहा था, ‘मैंने देबाशीष बाबू से कहा कि मैं उन्हें सैल्यूट करता हूं। उन्होंने कुछ नहीं किया। अगर मैं उनकी जगह होता और मेरे सामने पुलिस के वाहनों के आग लगाई जाती और पुलिसकर्मियों पर हमला किया जाता तो मैं वहीं सिर में गोली मार देता।’