कांग्रेस की विधायक इंदिरा मीणा ने सोमवार को कहा कि हमें सचिन पायलट से हमें दिक्कत नहीं हैं। हम पार्टी आलाकमान के हर फैसले के साथ हैं, हाईकमान कहेगा तो हम अपना इस्तीफा वापस लेंगे।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक गुट में शामिल मानी जा रहीं दो महिला विधायकों ने सोमवार को कहा कि हमें सचिन पायलट से हमें दिक्कत नहीं हैं। हम पार्टी आलाकमान के हर फैसले के साथ हैं, हाईकमान कहेगा तो हम अपना इस्तीफा वापस लेंगे।
सवाई माधोपुर जिले की बामनवास विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक इंदिरा मीणा ने एक टीवी चैनल से बातचीत में बताया कि हमारे पास महेश जोशी का कॉल आया था। उन्होंने कहा था कि सीएम आवास में बैठक है। मैं सुबह क्षेत्र में चली गई थी, फिर फोन आने शुरू हुए कि धारीवाल जी के घर आना है। हम उनके घर नहीं गए, क्योंकि क्षेत्र से नहीं लौट पाई थी। इसके बाद कहा गया कि सीपी जोशी जी के घर आना है। वहां गए तो सारे विधायक वहां थे।
वहां, एक कागज पर साइन करवा रहे थे, कि सब लोग कागज पर साइन करें। वहां कोई कुछ बोल नहीं रहा था। हमें सचिन पायलट से कोई आपत्ति नहीं है। हम हमेशा से हाईकमान के समर्थन में हैं। हाईकमान जो फैसला लेगा वह हमें मंजूर है। हाईकमान कहेगा तो हम इस्तीफा वापस लेंगे। सचिन पायलट को भी सीएम बनाया जाए तो कोई दिक्कत नहीं है। बता दें कि, इंदिरा मीणा ने भी कल इस्तीफा दे दिया था।
वहीं, अशोक गहलोत गुट की समर्थक विधायक गंगा देवी ने भी सोमवार को अपने फैसले पर यू-टर्न ले लिया है। उन्होंने कहा कि चिट्ठी के विषय में मुझे कोई जानकारी नहीं है मैं वहां देर से पहुंची थी। मैंने चिट्ठी नहीं पढ़ी थी, मैंने इस्तीफा नहीं दिया, आलाकमान जो फैसला करेंगे हम उसके साथ हैं। पर्यवेक्षक से हमारी मिलने की बात थी लेकिन हम नहीं जा सके।
राजस्थान में स्थिति के बारे में कांग्रेस अध्यक्ष को सौंपी जाएगी रिपोर्ट : खड़गे
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि राजस्थान में नए मुख्यमंत्री को लेकर बुलाई गई कांग्रेस विधायक बैठक नहीं हो पाने एवं यहां की स्थिति के बारे में रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष को सौंपी जाएगी। इस मामले में कांग्रेस पर्यवेक्षक के रूप में जयपुर आए खड़गे ने सोमवार को दिल्ली रवाना होने से पहले मीडिया से कहा कि इस मामले में जो कुछ भी होगा, वह यहां की स्थिति के बारे में कांग्रेस अध्यक्ष को बताई जाएगी और जो अध्यक्ष का फैसला होगा वह मानना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि पार्टी में अनुशासन भी होना चाहिए एवं पार्टी मजबूत एवं एकता भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष जो कहेंगे वह सबको मानना पड़ेगा।
अशोक गहलोत के उनसे मिलने के सवाल पर खड़गे ने कहा कि उनके दिल्ली वाना होने से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शिष्टाचार भेंट के रूप में उनसे मिले हैं। खड़गे ने कहा कि मैंने ही फोन किया कि मैं दिल्ली जा रहा हूं, तब उन्होंने कहा कि मैं खुद आकर मिलता हूं।