कांग्रेस अध्यक्ष पद के दावेदार माने जा रहे शशि थरूर भी G-23 समूह में शामिल रहे हैं, जो कांग्रेस में संगठन स्तर पर सुधार की वकालत कर रहा था। इस समूह ने साल 2020 में सोनिया को पत्र भी लिखा था।
Congress Presidential Election Updates: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस से बाहर हो गए हैं। उन्होंने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा है कि वह पार्टी की तरफ से दिए गए निर्देशों का पालन करेंगे। अटकलें लगाई जा रही थीं कि वह कांग्रेस के शीर्ष पद के लिए दावेदारी पेश कर सकते हैं। शनिवार से कांग्रेस में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो रही है। फिलहाल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तरफ से ही आधिकारिक रूप से चुनाव में उतरने की बात कही गई है।
जबलपुर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन पार्टी निर्देशों को मानेंगे। हाल ही एक चैनल के साथ बातचीत में भी उन्होंने कहा था कि अभी तक इसे लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। उन्होंने कहा, ‘ना चर्चा हुई है, न होगी और न मैंने समय मांगा है।’ दिल्ली दौरे को लेकर उन्होंने कहा कि वह भारत जोड़ो यात्रा से जुड़ी एक बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं।
गहलोत का नाम तय, राजस्थान सरकार में फेरबदल के आसार
शुक्रवार को सीएम गहलोत ने भी साफ कर दिया है कि वह चुनाव में उम्मीवार होंगे। इसके साथ राजस्थान कांग्रेस में भी बदलाव के बादल छाते नजर आ रहे हैं। दरअसल, अगर गहलोत पार्टी की कमान संभालते हैं, तो उन्हें राजस्थान की गद्दी छोड़नी होगी। इधर, गुरुवार को पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी साफ कर दिया है कि पार्टी में ‘एक व्यक्ति एक पद’ की बात होगी। अटकलें लगाई जा रही हैं कि पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट राजस्थान के सीएम बन सकते हैं।
कौन करेगा गहलोत का मुकाबला?
गहलोत के अलावा अध्यक्ष पद की रेस में तिरुवनंतपुरम सांसद शशि थरूर का नाम भी सामने आ रहा है। हालांकि, उनकी तरफ से आधिकारिक रूप से इसे लेकर कुछ नहीं कहा गया है। इस सप्ताह उन्होंने अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। वहीं, बुधवार को वह पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति से मुलाकात करने पहुंचे थे। खबरें हैं कि वह नामांकन प्रक्रिया के बारे में जानकारी जुटाने के लिए ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) कार्यालय गए थे।
खास बात है कि थरूर भी G-23 समूह में शामिल रहे हैं, जो कांग्रेस में संगठन स्तर पर सुधार की वकालत कर रहा था। इस समूह ने साल 2020 में सोनिया को पत्र भी लिखा था। उनके अलावा समूह में कपिल सिब्बल, गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा जैसे कई दिग्गज शामिल थे।