योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब तक दुनिया से नहीं होता पोलियो का अंत, हमें सचेत रहना होगा। यूपी मेंअफगानिस्तान, नाइजीरिया, सोमालिया, पाकिस्तान से आने वाले यात्रियों पर नजर रखी जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि जब तक दुनिया से पोलियो जैसी खतरनाक संक्रामक बीमारी का अंत नहीं हो जाता, हमें सतर्क रहना होगा। उन्होंने कहा कि उन्होंने अफगानिस्तान और पाकिस्तान में आज भी यह वायरस मौजूद है। उन्होंने दोनों देशों के साथ ही नाइजीरिया, सोमालिया, कीनिया, सीरिया, इथोपिया और कैमरून जैसे देशों से यहां आने वाले यात्रियों पर नजर रखने के निर्देश दिए। कहा कि हमें सतर्क रहने के साथ ही इस बीमारी के खिलाफ सामूहिक प्रयास करते रहने होंगे।
मुख्यमंत्री ने रविवार को अपने आवास पर पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ किया। अभियान में प्रदेश के 50 जनपदों के 2.27 करोड़ बच्चों को पोलियो ड्रॉप्स पिलाई जाएंगी। इसमें पहले दिन 77 हजार बूथों पर, जबकि दूसरे दिन से छठे दिन तक 15 हजार पर्यवेक्षकों के नेतृत्व में 48 हजार टीमें घर-घर जाकर 5 साल तक के बच्चों को पोलियो ड्रॉप्स पिलाएंगे। मुख्यमंत्री ने 10 बच्चों को पोलियो ड्रॉप्स पिलाकर अभियान की शुरुआत की।
12 साल से यूपी में नहीं मिला पोलियो संक्रमित
मुख्मयंत्री ने कहा कि पोलियो एक संक्रामक बीमारी है, लेकिन जब सामूहिक रूप से प्रयास होते हैं तो उसका भी हम समाधान निकाल देते हैं। पल्स पोलियो अभियान देश के अंदर उसी सामूहिक ताकत का अहसास कराता है। हमें याद है कि इसके लिए गांव-गांव में बूथ लगाने और जागरूकता के बृहद कार्यक्रम को साथ में लेकर तमाम संगठनों ने सहभागी बन इसे सफल बनाया, उसके परिणाम आज हमारे सामने हैं। 12 साल से यूपी में कोई भी पोलियो से संबंधित मामला देखने को नहीं मिला है।
हमने इंसेफेलाइटिस, कालाजार, मलेरिया पर भी प्रभावी नियंत्रण किया
सीएम ने कहा कि 135 करोड़ लोग पोलियो जैसी संक्रामक बीमारी से मुक्त हुए हैं। मगर, संक्रामक होने के कारण ये बीमारी आसानी से एक जगह से दूसरी जगह संक्रमित हो सकती है, इसलिए दुनिया के कुछ ऐसे चुनिंदा देश बचे हैं, जहां नियंत्रण नहीं हुआ है। छोटी सी लापरवाही भी किसी बच्चे को शारीरिक रूप से दिव्यांग बना सकती है। ये एक राष्ट्रीय क्षति है। हमने एक दशक पहले इस बीमारी के साथ ही इंसेफेलाइटिस, कालाजार, मलेरिया पर भी प्रभावी नियंत्रण लगाया है।
सीएम ने कहा कि उपचार से महत्वपूर्ण बचाव होता है। हमने 200 करोड़ वैक्सीन डोज सबको फ्री में दी है। यूपी में अबतक 38 करोड वैक्सीन डोज दी जा चुकी है। इसके अलावा तीन करोड़ से अधिक प्रिकॉशन डोज हम यूपी में देने में सफल हुए। मुख्यमंत्री ने अपील की कि ये वर्तमान और भविष्य को बचाने के लिए राष्ट्रीय अभियान है। हमें इसे सफल बनाने के लिए सामूहिक प्रयास करने होंगे। कोई बच्चा छूटने ना पाए, ये हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य होना चाहिए क्योंकि स्वस्थ्य समाज ही सशक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकता है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के मंत्री बृजेश पाठक, विभाग के राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र मौजूद रहे।