करण अडानी की बात करें तो वह जिस सीमेंट कारोबार को संभालेंगे वो अंबुजा और एसीसी लिमिटेड है। इन दोनों कंपनियों का अधिग्रहण करने के साथ ही अडानी समूह देश का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट उत्पादक बन गया है।
दुनिया के दूसरे सबसे रईस अरबपति तक का सफर तय करने वाले गौतम अडानी अब कारोबारी विरासत अपने बच्चों को सौंप रहे हैं। इसी कड़ी में गौतम अडानी ने बड़े बेटे करण अडानी को सीमेंट कारोबार की कमान देने की तैयारी में जुट गए हैं। यह पहली बार नहीं है जब अडानी समूह में करण को कोई बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी।
करण फिलहाल अडानी पोर्ट्स और एसईजेड लिमिटेड की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वह सीईओ के पद पर हैं। 35 साल के करण अडानी ने अमेरिका के पुड्रर्यू विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री हासिल की है। जानकारी के लिए बता दें कि गौतम अडानी के दो बेटे करण और जीत हैं।
क्या है जीत को जिम्मेदारी: छोटे बेटे जीत ने पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड एप्लॉयड साइंसेज से स्नातक की डिग्री ली है। वह समूह में वित्त मामलों के उपाध्यक्ष हैं। जीत अडानी, एयरपोर्ट्स बिजनेस के साथ-साथ डिजिटल लैब्स का भी नेतृत्व कर रहे हैं। जीत की अगुवाई में ही समूह उपभोक्ताओं के लिए एक सुपर ऐप बनाने की तैयार कर रहा है। सुपर ऐप इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन से लेकर एयरपोर्ट तक और गैस रिटेलिंग या पोर्ट तक के कारोबार को सपोर्ट करेगा।
करण अडानी और सीमेंट कारोबार: करण अडानी की बात करें तो वह जिस सीमेंट कारोबार को संभालेंगे वो अंबुजा और एसीसी लिमिटेड है। इन दोनों कंपनियों का अधिग्रहण करने के साथ ही अडानी समूह देश का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट उत्पादक बन गया है। यह अडानी का सबसे बड़ा अधिग्रहण है। साथ ही यह देश के इंफ्रा सेक्टर में अबतक का सबसे बड़ा विलय एवं अधिग्रहण सौदा है। अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी का बाजार पूंजीकरण अभी 19 अरब डॉलर है।